नई दिल्ली: देश में मानसून प्रगति में है और अगले 24 घंटे के दौरान महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश के दक्षिण-पश्चिम इलाके समेत गुजरात के तटीय भागों में भारी बारिश होने की संभावना बनी हुई है. इसके अलावा, पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना और चंडीगढ़ में भी हल्की बारिश हो सकती है. निजी क्षेत्र के मौसम पूर्वानुमानकर्ता स्काइमेट की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान मुंबई, महाराष्ट्र, दक्षिण-पश्चिमी मध्य प्रदेश और दक्षिणी गुजरात समेत पश्चिमी तटीय भागों में भारी बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है.
स्काइमेट ने शनिवार शाम की अपनी रिपोर्ट में कहा कि उप-हिमालयी और सिक्किम समेत पूर्वोत्तर राज्यों में हल्की से मध्यम बारिश होने के आसार हैं, जबकि ओडिशा, चंडीगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में भी बारिश होने के आसार हैं. बीते 24 घंटों के दौरान पश्चिमी तटीय भागों में भारी वर्षा हुई है. वहीं महाराष्ट्र, असम, त्रिपुरा, ओडिशा और झारखंड में मध्यम से भारी बारिश देखने को मिली है. इसके अलावा मध्य प्रदेश, गुजरात, राजस्थान के कुछ स्थानों सहित गया, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है। वहीं तमिलनाडु के एक-दो स्थानों में भी बारिश हुई है. यह भी पढ़े: पानी में डूबी मायानगरी: मुंबई में आज भी तेज बारिश जारी, अगले 4 दिन तक नहीं मिलेगी निजात
स्काइमेट के अनुसार, दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून देश के पश्चिमी क्षेत्र में प्रगति में है, जबकि पूर्वी भागों में मॉनसून स्थिर बना हुआ है और मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की प्रगति होगी. जिससे 1 से 3 जुलाई के बीच यह मध्य भारत समेत पश्चिमी और उत्तर-पश्चिमी भारत के अधिकांश भागों को कवर कर लेगा. मॉनसून की उत्तरी सीमा इस समय, द्वारका, अहमदाबाद, भोपाल, जनलपुर, पेंड्रा, सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी और मुक्ते श्वर से होकर गुजर रही है.इसके अलावा पंजाब से हरियाणा, उत्तरी उत्तर प्रदेश, बिहार के निचले इलाकों सहित उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और असम से होते हुए एक ट्रफ रेखा गुजर रही है.
एक अन्य ट्रफ रेखा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम से बांग्लादेश होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों तक भी फैली हुई है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी के भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. एक अन्य ट्रफ रेखा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम से बांग्लादेश होते हुए बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भागों तक भी फैली हुई है। इसके साथ ही बंगाल की खाड़ी के भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है. इसके अलावा मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र तथा मध्य पाकिस्तान और इससे सटे पंजाब के इलाकों पर एक अन्य चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.