Heart Attack: कोविड-19 के साथ दिल के दौरे के मरीजों में ज्यादा जमता है खून का थक्का, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

शोधकर्ताओं ने पाया है कि कोविड-19 से पीड़ित दिल की बीमारी के मरीज की धमनियों में काफी मात्रा में थक्के जम जाते हैं.

(Photo Credit : Twitter)

नई दिल्ली, 21 मई: शोधकर्ताओं ने पाया है कि कोविड-19 से पीड़ित दिल की बीमारी के मरीज की धमनियों में काफी मात्रा में थक्के जम जाते हैं. द नॉर्थ अमेरिकन कोविड-19 के विश्लेषण के अनुसार, 30 प्रतिशत के करीब मरीजों में कई धमनियों में थक्के देखे गए, दिल के दौरे वाले पांच प्रतिशत से कम रोगियों में एक घटना देखी गई, जिन्हें कोविड-19 नहीं है. यह भी पढ़ें: India Covid-19 Update: भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 8,115 हुई

एसटी-एलिवेटेड मायोकार्डियल इन्फ्रक्शन या एसटीईएमआई प्रकार का दिल का दौरा कोरोनरी धमनी में अचानक ब्लॉकेज के कारण होता है. एनएसीएमआई के पिछले शोध से पता चला है कि कोविड-19 और दिल का दौरा पड़ने वाले रोगियों में मृत्यु दर 20 से 25 प्रतिशत तक बढ़ जाती है.

प्रेयरी वैस्कुलर रिसर्च इंक के सह-निदेशक और कनाडा के सस्केचेवान विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर पायम देहघानी ने कहा, कोविड-19 थक्का बनाने वाली बीमारी है और अब हम कोरोनरी धमनियों में इसका प्रभाव देखते हैं. देहघानी ने कहा, ये नई खोज रक्त को पतला करने की रणनीति, शुरूआती हस्तक्षेप और फॉलोअप कार्रवाई की जरूरत की ओर इशारा करती है.

अध्ययन के लिए, 17 जगहों (12 यूएस, 5 कनाडा) के 234 रोगियों के एंजियोग्राम का विश्लेषण किया गया. शोधकर्ताओं ने नोट किया कि कोविड-19 के प्रभाव और दिल के दौरे से संबंधित टीकाकरण के साथ-साथ दीर्घकालिक परिणामों को बेहतर ढंग से समझने के लिए आगे की जांच की जरूरत है. निष्कर्ष सोसायटी फॉर कार्डियोवास्कुलर एंजियोग्राफी एंड इंटरवेंशन (एससीएआई) 2023 वैज्ञानिक सत्र में प्रस्तुत किए गए थे.

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