देहरादून, 19 मई : चारधाम (Chardham) में केदारनाथ यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों को सबसे ज्यादा चिकित्सकीय सहायता की जरूरत पड़ रही है. यहां स्वास्थ्य सेवाओं का सबसे ज्यादा उपयोग किया गया है. चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई. स्वास्थ्य महानिदेशक डा. शैलजा भट्ट का कहना है कि चारधाम यात्रा में जहां एक ओर यात्रियों की संख्या में प्रतिदिन वृद्धि हो रही है, वहीं स्वास्थ्य सुविधाएं भी श्रद्धालुओं को पर्याप्त रूप से मिल रही हैं. उन्होंने बताया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं का उपयोग सबसे ज्यादा किया गया है.
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर कार्य कर रही 18 चिकित्सा इकाइयों में 24,057 यात्रियों का उपचार और हेल्थ स्क्रीनिंग की गई. इसके अलावा इस यात्रा में गंभीर रूप से घायल और चोटिल हुए 19 यात्रियों को केदारनाथ से फाटा चिकित्सालय के लिए एयरलिफ्ट किया गया. दो यात्रियों को एयरलिफ्ट कर एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. वहीं, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा के दौरान 14,618 श्रद्धालुओं की हेल्थ स्क्रीनिंग कर उपचार दिया गया. यहां यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए 18 चिकित्सा इकाइयां दिन-रात कार्य कर रही हैं. इमरजेंसी के 97 मामलों में स्वास्थ्य सेवा प्रदान की गई. 12 घायल यात्रियों में से नौ को हायर सेंटर रेफर किया गया. यह भी पढ़ें : Delhi Factory Fire: फैक्टरी में आग लगने से एक व्यक्ति की मौत, छह अन्य घायल
उन्होंने कहा कि बदरीनाथ धाम की यात्रा अन्य धाम की तुलना में सहज रूप से संचालित हो रही है. यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक वहां 2278 श्रद्धालुओं ने स्वास्थ्य इकाइयों में उपचार लिया है. 38 श्रद्धालुओं को एंबुलेंस से हायर सेंटर रेफर किया गया है. स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव के निर्देशानुसार बदरीनाथ धाम स्थित अस्पताल में एक फिजीशियन सहित तीन चिकित्सक व पांच पैरामेडिकल स्टाफ को तैनात किया गया है. पांडुकेश्वर में हेल्थ स्क्रीनिंग का काम नियमित रूप से चल रहा है. इसके अलावा अब तक 438 यात्रियों से अंडर टेकिंग प्राप्त कर यात्रा की अनुमति प्रदान की गई है.