HDFC बैंक का मुनाफा 37.1 प्रतिशत बढ़कर 16,512 करोड़ रुपये पर, प्रति शेयर 19.5 रुपये के लाभांश की घोषणा
देश के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक का एकल शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में 16,511.85 करोड़ रुपये रहा.
नई दिल्ली, 20 अप्रैल : देश के सबसे बड़े ऋणदाता एचडीएफसी बैंक का एकल शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023-24 की जनवरी-मार्च तिमाही में 16,511.85 करोड़ रुपये रहा. बैंक के निदेशक मंडल की शनिवार को हुई बैठक में वित्तीय परिणामों को मंजूरी प्रदान की गई. इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में बैंक का एकल शुद्ध लाभ 12,047.45 करोड़ रुपये था. इस प्रकर मुनाफा 37.1 प्रतिशत बढ़ा है.
हालांकि प्रवर्तक कंपनी एचडीएफसी लिमेटेड के साथ विलय के कारण वित्तीय परिणाम तुल्य नहीं हैं. निदेशक मंडल ने एक रुपये अंकित मूल्य के सभी इक्विटी शेयरों पर 19.5 रुपये के लाभांश की घोषणा की है. बैंक ने इस साल जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान विभिन्न मदों में 13,511.64 करोड़ रुपये का प्रावधान किया था जिसमें 10,900 करोड़ रुपये का फ्लोटिंग प्रोविजन शामिल है. यह भी पढ़ें : अमेठी की तरह कांग्रेस के ‘साहबजादे’ वायनाड सीट भी हारेंगे: PM मोदी ने राहुल गांधी पर साधा निशाना
आलोच्य तिमाही में बैंक की ब्याज से प्राप्त कुल आय 29,080 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले की समान तिमाही के 23,350 करोड़ रुपये से 24.5 प्रतिशत अधिक है. ब्याज से प्राप्त आय और दिये गये ब्याज का अंतर कुल परिसंपत्ति का 3.44 प्रतिशत रहा. बैंक का ग्रॉस एनपीए 31 मार्च 2023 के 1.12 प्रतिशत से बढ़कर इस साल 31 मार्च को 1.24 प्रतिशत पर पहुंच गया. इस दौरान शुद्ध एनपीए 0.27 फीसदी से बढ़कर 0.33 फीसदी हो गया.
बैंक ने बताया है कि उसका शुद्ध राजस्व एक साल पहले के मुकाबले 47.3 प्रतिशत बढ़कर 47,240 करोड़ रुपये हो गया. इसमें बैंक की इकाई एचडीएफसी क्रेडिला फाइनेंशल सर्विसेज के शेयरों की बिक्री से प्राप्त 7,340 करोड़ रुपये की आय भी शामिल है. पिछले साल 31 मार्च को समाप्त तिमाही में बैंक का शुद्ध राजस्व 32,080 करोड़ रुपये रहा था.
वहीं, तिमाही के दौरान परिचालन लागत एक साल पहले के 13,460 करोड़ रुपये से 33.5 प्रतिशत बढ़कर 17,970 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इसमें कर्मचारियों की अनुग्रह राशि के लिए 1,500 करोड़ रुपये का प्रावधान भी शामिल है. पूरे वित्त वर्ष के दौरान कंपनी का एकल शुद्ध मुनाफा 2022-23 के 44,108.71 करोड़ रुपये से 37.9 प्रतिशत बढ़कर 60,812.27 करोड़ रुपये हो गया.