कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन में रार, एचडी देवगौड़ा बोले- यहां कभी भी हो सकते हैं मध्यावधि चुनाव
जेडीएस प्रमुख एच. डी. देवगौड़ा ने शुक्रवार को कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि कर्नाटक में मध्यावधि चुनाव होंगे. उन्होंने कहा था कि वे पांच साल तक हमारा समर्थन करेंगे लेकिन अब उनके व्यवहार देखिए.
कर्नाटक (Karnataka) में जनता दल सेक्युलर (JDS) और कांग्रेस (Congress) की गठबंधन सरकार में जारी तनातनी के बीच पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस प्रमुख एच. डी. देवगौड़ा (HD Deve Gowda) ने शुक्रवार को कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि यहां मध्यावधि चुनाव होंगे. उन्होंने कहा था कि वे पांच साल तक हमारा समर्थन करेंगे लेकिन अब उनके व्यवहार देखिए. हमारे लोग स्मार्ट हैं. इससे पहले गुरुवार को देवगौड़ा ने कहा था कि उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से कहा है कि कांग्रेस और उनकी पार्टी जेडीएस के कुछ नेताओं द्वारा कर्नाटक में गठबंधन सरकार के बारे में बार-बार सार्वजनिक बयानबाजी किए जाने से वह आहत हैं. ज्ञात हो कि जेडीएस और कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक की कुल 28 सीटों में से मात्र एक-एक सीट ही जीत पायी थीं जबकि बीजोपी ने 25 सीटों पर जीत दर्ज की.
देवगौड़ा ने गुरुवार को संवाददाताओं से कहा था, ‘कम से कम यहां (कर्नाटक कैबिनेट में निर्दलीयों को शामिल करने के) बाद मेरी पार्टी या कांग्रेस द्वारा कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया नहीं दी जानी चाहिए.’ उल्लेखनीय है कि दो निर्दलीय विधायकों को हाल में मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी नीत कैबिनेट में शामिल किया गया है जिसका परोक्ष तौर पर लक्ष्य 13 महीने पुराने गठबंधन को मजबूती प्रदान करना है. देवगौड़ा ने कहा था कि उन्होंने राहुल गांधी से कहा, ‘मैं पहले दिन से देख रहा हूं, मैं बहुत आहत हूं. यह पहली बार है जब मैं आपको यह कह रहा हूं. आप कोई निर्णय करिए. कृपया कर्नाटक के अपने सभी नेताओं से कहिए (कि सरकार के बारे में सार्वजनिक रूप से नहीं बोलें). यह भी पढ़ें- अगर राहुल गांधी पीएम बने तो मैं उनकी बगल में बैठ जाऊंगा, मुझे कुछ भी बनने की इच्छा नहीं: एचडी देवेगौड़ा
देवगौड़ा ने कहा कि गठबंधन का विचार उनका नहीं बल्कि राहुल गांधी, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का था. देवगौड़ा ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा था हम यह (गठबंधन सरकार) नहीं चाहते लेकिन परमेश्वर और मुनियप्पा ने हमसे सम्पर्क किया। (मल्लिकार्जुन) खड़गे ने कहा कि हमें यह आदेश दिया गया है कि यह सुनिश्चित करें कि यह स्वरूप ले.’
भाषा इनपुट