Hathras Tragedy: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की जान गई थी. हादसे को लेकर गुरुवार को अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर (Aligarh IG Shalabh Mathur) ने मीडिया से बातचीत में जानकारी देते हुए बताया कि सभी मृतकों का पोस्टमार्टम पूरा होने के साथ ही उनकी पहचान कर ली गई है. हालांकि कल यानी बुधवार को पुलिस ने एक लिस्ट जारी कर बताया था कि मृतक लोगों में 19 लोगों की पहचान करनी बाकी है.
वहीं हादसे को लेकर IG आईजी शलभ माथुर ने बताया कि मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा-105, 110, 126(2), 223 और 238 के अंतर्गत मामले में केस दर्ज कर पुलिस ने अब तक 6 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. फरार बाबा के बारे में आईजी माथुर ने बताया कि मामले में "हम 'भोले बाबा' के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी ले रहे हैं. वहीं आयोजित संत्साग के बारे में उन्होंने बताया कि बाबा के नाम पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई थी." यह भी पढ़े: Hathras Stampede Tragedy: हाथरस सत्संग हादसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, भगदड़ के दौरान अधिकांश लोगों की मौत दम घुटने से हुई
देखें वीडियो:
#WATCH | On Hathras stampede incident, Aligarh IG Shalabh Mathur says, "The death toll stands at 121. All bodies have been identified and post mortem procedure completed." pic.twitter.com/V03RcM9DI5
— ANI (@ANI) July 4, 2024
वहीं सरकार के आदेश के बाद हाथरस मामले में न्यायिक जांच के लिए इलाहाबाद हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति बृजेश कुमार श्रीवास्तव (द्वितीय) की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया गया है. प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा बुधवार रात इसका नोटिफिकेशन जारी किया गया.
न्यायिक जांच आयोग में रिटायर्ड आईएएस हेमंत राव और रिटायर्ड आईपीएस भवेश कुमार सिंह को सदस्य नियुक्त किया गया है, इसका मुख्यालय लखनऊ में होगा, आयोग इस नोटिफिकेशन जारी होने की तारीख से दो माह की अवधि के भीतर जांच पूरी करेगा, इसकी अवधि में किसी प्रकार का परिवर्तन राज्य सरकार के आदेश पर किया जा सकेगा.
नोटिफिकेशन के अनुसार आयोग 2 जुलाई, 2024 को हाथरस जनपद में घटित घटना की जांच करेगा और जांच के बाद निर्धारित बिंदुओं पर राज्य सरकार को रिपोर्ट प्रस्तुत करेगा.