लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस (Hathras) में एक दलित युवती के साथ हुई हैवानियत की वारदात लगातार सुर्खियों में है. हाथरस पीड़िता (Hathras Victim) के साथ हुई दरिंदगी को लेकर अब पूरे देश में आक्रोश भड़क उठा है और उसे इंसाफ दिलाने की मांग देश के हर कोने से उठने लगी है. हाथरस की बेटी के साथ हुई दरिंदगी के मामले में यूपी पुलिस (UP Police) पर भी लीपापोती करने के आरोप लग रहे हैं. विपक्षी पार्टियां भी प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Government) पर राज्य की कानून-व्यवस्था को लेकर लगातार हमलावर बनी हुई है और इस मामले को लेकर सियासत जोरों पर है. लोगों के बढ़ते आक्रोश और पीड़िता को इसांफ दिलाने की मांग के बीच अब सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) एक्शन मोड़ में आ गए हैं.
शुक्रवार को पहले तो उन्होंने प्रदेश की महिलाओं के सम्मान और स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार भी रखने वालों को समूल नाश की सख्त चेतावनी दी और उसके कुछ देर बाद ही उन्होंने इस मामले में एक बड़ा एक्शन लिया है. हाथरस गैंगरेप मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर एसपी-डीएसपी और इंस्पेक्टर सहित कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. यह भी पढ़ें: Hathras Case: सीएम योगी आदित्यनाथ की चेतावनी- यूपी में महिलाओं के सम्मान और स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का जो विचार भी रखेगा, उसका समूल नाश सुनिश्चित
देखें ट्वीट-
In the Hathras case, UP Chief Minister Yogi Adityanath has directed to suspend the SP, DSP, Inspector and some others officials, based on the preliminary investigation report: Chief Minister's Office pic.twitter.com/8vzq0VK3UG
— ANI (@ANI) October 2, 2020
बता दें कि एसपी-डीएसपी और इंस्पेक्टर सहित कुछ अन्य अधिकारियों को निलंबित करने का निर्देश देने से कुछ समय पहले ही सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कड़े शब्दों में यह चेतावनी दी थी कि उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है. इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा. साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि उत्तर प्रदेश सरकार हर माता-बहन की सुरक्षा और विकास के लिए संकल्पबद्ध है.