Happy Republic Day 2022: गूगल ने भारत के 73वें गणतंत्र दिवस पर बनाया यह खास डूडल
गूगल डूडल

नई दिल्ली: पूरे जोश और उत्साह के साथ आज (26 जनवरी) राष्ट्र 73वां गणतंत्र दिवस (73rd Republic Day) मना रहा है. गूगल (Google) ने भी इस खास दिन को यादगार बनाने के लिए एक डूडल (Doodle) बनाया है, जिसमें गणतंत्र दिवस परेड के तत्वों को दर्शाया गया है. Google डूडल ने लोगों से जान बचाने के लिए टीकाकरण और मास्क पहनने का किया आग्रह

गूगल डूडल (Google Doodle) ने 73 साल पहले उस दिन को याद किया है, जब भारतीय संविधान लागू हुआ था. जिसके साथ ही भारत एक स्वतंत्र गणराज्य बना. भारत का संविधान 26 नवंबर 1949 को अपनाया गया था और आधिकारिक तौर पर 26 जनवरी 1950 को अधिनियमित किया गया था.

सर्च इंजन ‘गूगल’ ने अपने डूडल में हाथी, ऊंट और सैक्सोफोन सहित राजपथ पर 26 जनवरी को होने वाली परेड से जुड़ी कई झलकियां दिखाने की कोशिश की. इस डूडल में कई जानवर, पक्षी और वाद्ययंत्र नजर आ रहे हैं और गूगल के अंग्रेजी हिज्जे के ‘ई’ को तिरंगे के रंग में रंगा गया है.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद बुधवार (26 जनवरी) को भारत का 73वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए देश का नेतृत्व करेंगे. इस वर्ष का समारोह विशेष है, क्योंकि यह गणतंत्र दिवस स्वतंत्रता के 75वें वर्ष में आया है, जिसे पूरे देश में 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाया जा रहा है. इस अवसर को चिह्न्ति करने के लिए रक्षा मंत्रालय ने आज राजपथ पर मुख्य परेड के दौरान और 29 जनवरी को विजय चौक पर 'बीटिंग द र्रिटीट' समारोह के लिए नए कार्यक्रमों की एक श्रृंखला तैयार की है.

यह तय किया गया है कि गणतंत्र दिवस समारोह अब हर साल 23 से 30 जनवरी तक एक सप्ताह का होगा. समारोह 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती से शुरू होगा और 30 जनवरी को समाप्त होगा, जिसे 1948 में महात्मा गांधी की हत्या की वर्षगांठ को चिह्न्ति करने के लिए शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है.

गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के दौरे के साथ होगी, जहां वह शहीद हुए वीरों को पुष्पांजलि अर्पित करने में देश का नेतृत्व करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति परेड देखने के लिए राजपथ पर बने सलामी मंच पर जाएंगे.

परंपरा के अनुसार, राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा और 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. परेड की शुरुआत राष्ट्रपति कोविंद के सलामी लेने के साथ होगी. इसकी कमान दूसरी पीढ़ी के सेना अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा संभालेंगे. दिल्ली क्षेत्र के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल आलोक काकर परेड सेकेंड-इन-कमांड होंगे. सर्वोच्च वीरता पुरस्कारों के गौरवशाली विजेताओं को इसके बाद परमवीर चक्र और अशोक चक्र से सम्मानित किया जाएगा.