अहमदाबाद: पर्यावरण (Environment) के प्रति जागरुकता फैलाने और हरित क्षेत्र बढ़ाने के मकसद से यहां के एक विश्वविद्यालय (University) में आर्किटेक्चर के प्राध्यापक अपने विद्यार्थियों को ‘सजा’ के तौर पर पौधे लगाने को कहते हैं. यह सजा परिसर में की गई प्रत्येक छोटी से छोटी गलती के लिए दी जाती है.
यह अनोखी ‘सजा’ वीर नर्मद दक्षिण गुजरात विश्वविद्यालय में आठ साल पहले दी जानी शुरू हुई थी और इसके परिणाम दिखने शुरू हो गए हैं क्योंकि वास्तुकला विभाग के भवन के समीप वाली भूमि के बड़े हिस्से में 550 से अधिक पेड़ लग चुके हैं.