गुजरात: प्रोफेसर ने नेत्रहीनों के लिए किया आविष्कार, बनाया इंग्लिश, हिंदी, गुजराती शब्दों को ब्रेल लिपि में कन्वर्ट करने का मॉडल
सूरत की प्रोफेसर डॉ. निकिशा जरीवाला ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती भाषा का ब्रेल भाषा में अनुवाद करने में मदद करने के लिए एक मॉडल विकसित किया है. "इस मॉडल की मदद से नेत्रहीन सभी के साथ आसानी से बात करने और सामान्य शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम होंगे.
गुजरात: सूरत की प्रोफेसर डॉ. निकिशा जरीवाला ने दृष्टिबाधित लोगों के लिए हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती भाषा का ब्रेल लिपि भाषा में अनुवाद करने के लिए एक मॉडल विकसित किया है. "इस मॉडल की मदद से नेत्रहीन सभी के साथ आसानी से बात करने और सामान्य शिक्षा प्राप्त करने में सक्षम होंगे क्योंकि ये मॉडल हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती शब्दों को ब्रेल में ट्रांसलेट करने में सक्षम होगा. ये मॉडल सिर्फ शब्द ही नहीं बल्कि चित्र, गणितीय समीकरण, स्पीच टेक्स्ट आदि को भी ब्रेल में ट्रांसलेट कर सकता है. ये बात प्रोफेसर डॉ. निकिशा ने एएनआई को बताई.
डॉ. जरीवाला एक महिला कॉलेज में प्रोफेसर हैं, उन्होंने बताया कि,'इस मॉडल को विकसित करने के लिए उन्होंने दिन-रात काम किया. ये आविष्कार नेत्रहीनों के लिए एक वरदान साबित होगा. प्रोफेसर ने बताया कि, इस मॉडल का आविष्कार उन्होंने डिजाइन में पीएचडी करने के दौरान, डिजिटल मल्टीलिंगुअल टेक्स्ट और ब्रेल स्पीच नेत्रहीन लोगों की सहायता के लिए बनाया. उन्होंने बताया कि, "मुझे अपनी पीएचडी पूरी करने में साढ़े चार साल लग गए. मैंने ब्रेल भी सीखा. इंटरनेट पर कई डिजिटल दस्तावेज़ हैं, जिन्हें ये छात्र पढ़ नहीं सकते हैं, लेकिन अब वे इनके माध्यम से भी ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे,". डॉ. जरीवाला के इस आविष्कार के लिए उन्हें छात्रों से प्रशंसा मिली है और उन्होंने कहा कि ये आविष्कार उनके लिए बहुत उपयोगी होगा.
देखें ट्वीट:
इस आविष्कार के बारे में ज़ील राठौड़ नाम के छात्र नें कहा कि, पहले हमारे शिक्षक हमारे लिए न्यूजपेपर पढ़ते थे लेकिन, अब इस मॉडल के आविष्कार के बाद हम खुद न्यूजपेपर पढ़ पाएंगे.