नई दिल्ली: किसान आंदोलन को समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार दिशा रवि (Disha Ravi) को लेकर सियासत गरमा गई है. विपक्ष जहां पर्यावरण एक्टिविस्ट दिशा रवि के गिरफ्तारी का विरोध कर रहा है. वहीं दिल्ली महिला आयोग (Delhi Women Commission) ने दिल्ली पुलिस (Delhi Police) को दिशा रवि की गिरफ्तारी के मामले में नोटिस जारी किया है. डीसीडब्ल्यू के मुताबिक दिशा की गिरफ्तारी में कानूनी प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया गया है. दिल्ली पुलिस को भेजे गए नोटिस में इस बात का भी जिक्र किया है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिशा को पिछले तीन महीने से चल रहे किसान आंदोलन को समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.
दिल्ली महिला आयोग ने नोटिस में दिल्ली पुलिस से दिशा के खिलाफ दर्ज की गई कॉपी मांगी है. आयोग ने पूछा है कि, "क्या दिशा की गिरफ्तारी के दौरान तय प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया गया था? साथ ही मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उसे कोर्ट में प्रस्तुत होने से पहले पसंद का वकील भी नहीं मुहैया करवाया गया था." यह भी पढ़े: Greta Thunberg Toolkit Case: दिल्ली पुलिस ने Zoom को लिखा पत्र, 26 जनवरी हिंसा मामले को लेकर जूम पर टूलकिट को लेकर हुई मीटिंग की जानकारी मांगी
Delhi Commission for Women sends notice to Dy Police Commissioner, Cyber Crime Cell, Delhi Police over Disha Ravi's arrest. Commission asks Police to provide copy of FIR, reasons for allegedly not producing her before local court for transit remand & detailed action taken report. pic.twitter.com/MEZKdcH4VR
— ANI (@ANI) February 16, 2021
दिशा को जानने वाले कई एक्टिविस्ट्स ने यह भी दावा किया है कि गिरफ्तारी के दौरान उसके माता पिता को भी ये जानकारी नहीं दी गई थी कि उसे कहां लेकर जाया जा रहा है. संविधान के अनुच्छेद 22(1) हर व्यक्ति को गिरफ्तारी के बाद पसंद के वकील द्वारा कानूनी प्रतिनिधित्व का अधिकार देता है। आयोग ने पुलिस से मामले में अब तक की कार्यवाही की जानकारी मांगी है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, "दिशा को कृषि आंदोलन से जुड़े मामले में गिरफ्तार किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार दिशा को कोर्ट में प्रस्तुत करने से पहले पसंद का वकील नहीं दिया गया ,साथ ही कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार गिरफ्तारी के दौरान भी कानूनी प्रक्रियाओं का सही तरीके से पालन नहीं किया गया है. हमने पुलिस को नोटिस जारी किया है और मामले की जानकारी मांगी है. पुलिस मामले की जांच करे, लेकिन यदि ये गिरफ्तारी कृषि आंदोलन को समर्थन करने के कारण हुई है तो ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है.