बंद हो सकती है सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL, घाटे के चलते सरकार उठा सकती है ये कदम
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits Wikimedia Commons)

नई दिल्ली: घाटे में चल रहे सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल (BSNL) से एक बड़ी खबर है. टेलीकॉम इंडस्ट्री में रिलायंस जियो की एंट्री के बाद से प्राइस वार को लेकर सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL लगातार घाटे में जा रही है. हालांकि केंद्र सरकार इसके विनिवेश की तैयारी कर रही है. लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से ऐसी भी खबर है कि सरकार ने भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को बंद करने का सुझाव दिया है. कंपनी से इस सुझाव पर विचार करने को कहा गया है. हालांकि, अभी तक सरकार इसमें विनिवेश की प्रक्रिया को अपनाने की प्लानिंग कर रही थी.

टाइम्स ऑफ इंडिया के खबर से अनुसार कंपनी को घाटे में चलने को लेकर BSNL के चेयरमैन अनुपम श्रीवास्तव ने दूरसंचार सचिव के समक्ष एक प्रजेंटेशन दिया, जिसमें कंपनी की वित्तीय हालत, उसका कुल घाटे का ब्यौरा दिया गया है. इसके अलावा उन्होंने संभावित तौर पर कर्मचारियों के लिए वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) और समय से पहले सेवानिवृत्ति की योजना का विस्तृत विवरण पेश किया. यह भी पढ़े: BSNL यूनियन का केंद्र पर आरोप, कहा- JIO का संरक्षण कर रही है सरकार, तीन दिसंबर से हड़ताल की घोषणा

घाटे से उबरने के लिए ढूंढा जाए विकल्प: दूरसंचार सचिव

सचिव की तरफ से बीएसएनएल में नई जान फूंकने के विकल्प पर विचार करने को कहा है, वहीं दूसरी तरफ उसने कंपनी को बंद करने को लेकर विश्लेषण करने की भी बात कहीं है. बीएसएनएल को सरकार के पास मौजूद तमाम विकल्पों का तुलनात्मक विश्लेषण करने को कहा गया है. इन विकल्पों में कंपनी में रणनीतिक विनिवेश, कंपनी बंद करने या वित्तीय समर्थन से नई जान फूंकना शामिल है. यह भी पढ़े: 4G के बाद रिलायंस जियो 5G लाने की तैयारी में, 2020 में आने की संभावना

कर्मचारियों को 60 साल की बजाय  58 साल में किया जाय सेवानिवृत्ति

बता दें कि बीएसएनल के लिए सबसे बड़ी टेंशन उसके कर्मचारी हैं. कर्मियों की संख्या घटाने के लिए उसने वीआरएस और सेवानिवृत्ति की उम्र 60 साल से घटाकर 58 साल करने की बात कहीं है. अगर सेवानिवृत्ति की उम्र 2019-20 से घटा दी जाती है, तो इससे कंपनी के वेतन खर्च में 3,000 करोड़ रुपये की बचत होगी. वीआरएस के संबंध में कंपनी ने कहा है कि वह इसके लिए 56-60 साल की उम्र वाले कर्मचारियों को टार्गेट करेगी, जिससे 67,000 कर्मचारी इसके दायरे में आ जाएंगे. वहीं बीएसएनएल कंपनी घाटे से उबरने के लिए अपनी जमीनों और बिल्डिंगों के जरिए इनकम का प्लान सौंपा है. कंपनी की कई प्राइम लोकेशन पर बड़ी ज़मीन है. अगर उसका इस्तेमाल किया जाता है तो कंपनी को 15000 करोड़ रुपये की आमदनी हो सकती है.