पणजी, 17 सितंबर : गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने शनिवार को युवाओं से आग्रह किया कि वे नशीली दवाओं के खतरे को खत्म करने और तटीय राज्य को देश की पर्यटन राजधानी बनाने के प्रयास के तहत 'नशीले पदार्थो को ना कहें' अभियान में भाग लें. सावंत ने यहां अंतर्राष्ट्रीय तटीय सफाई दिवस के अवसर पर 'स्वच्छ तट, सुरक्षित समुद्र' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही.
उन्होंने कहा, "नार्कोटिक्स रोधी प्रकोष्ठ और पुलिस इस पर काम कर रही है. यहां तक कि इसमें युवाओं को भी भाग लेना चाहिए और दिखाना चाहिए कि गोवा दुनिया भर के सभी लोगों के लिए एक सुरक्षित गंतव्य है." उन्होंने कहा, "गोवा सूर्य, रेत और समुद्र का राज्य है, जो दुनियाभर के पर्यटकों को आकर्षित करता है. हमें बेहतर, सुरक्षित और टिकाऊ भविष्य के लिए एकता के साथ काम करना जारी रखने का संकल्प लेना चाहिए." मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवा के लोगों ने पर्यटन और नीली अर्थव्यवस्था के लिए 104 किलोमीटर लंबे समुद्र तट का अच्छा उपयोग किया है. उन्होंने कहा, "हमें इसे अगली पीढ़ी को देने की जरूरत है." यह भी पढ़ें : Defence Minister Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 18 सितंबर को 3 दिवसीय दौरे पर जायेंगे मिस्र
उन्होंने कहा कि गोवा के समुद्र तटों पर कई पर्यटक आते हैं और इसलिए इन क्षेत्रों को साफ और सुरक्षित रखने की जरूरत है. सावंत ने कहा, "365 दिनों के लिए इस तरह की जागरूकता की जरूरत है. गोवा के समुद्र तट दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित करते हैं." उन्होंने समुद्र तटों पर हो रहे नशीले पदार्थो की ब्रिकी के खतरे के बारे में सचेत करते हुए कहा कि 'नो टू ड्रग्स' पहल पूरे साल लागू की जाएगी. उन्होंने कहा, "गोवा भारत में पर्यटन की राजधानी बने, हम इसके लिए प्रयास कर रहे हैं."