गिरिराज सिंह ने कहा - रामनवमी, हनुमान जयंती का जुलूस यहां नहीं तो क्या पाकिस्तान में निकलेगा
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने देश के कई राज्यों में रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान धार्मिक जुलूस पर हुए पथराव की घटनाओं पर निशाना साधते हुए कहा कि राम नवमी और हनुमान जयंती की शोभायात्रा या जुलूस यहां नहीं निकलेगा तो क्या बंग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान या अन्य देशों में निकलेगा.
कटिहार, 19 अप्रैल : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने देश के कई राज्यों में रामनवमी और हनुमान जयंती के दौरान धार्मिक जुलूस पर हुए पथराव की घटनाओं पर निशाना साधते हुए कहा कि राम नवमी और हनुमान जयंती की शोभायात्रा या जुलूस यहां नहीं निकलेगा तो क्या बंग्लादेश, अफगानिस्तान, पाकिस्तान या अन्य देशों में निकलेगा. भाजपा के फायर ब्रांड नेता और बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह कटिहार में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे. उन्होंने कहा, "मैं देश के उन तमाम वैसे लोगों से पूछना चाहता हूं कि जो देश में धार्मिक उन्माद फैलाते हैं और जब तथाकथित सेक्यूलर पार्टी के लोग सेक्यूलर बातें कहकर यह कहते हैं कि गंगा जमुनी तहजीब है. आज तक कभी मोहर्रम के जुलूस पर तो हमले नहीं हुऐ. कोई बता दे. ये वही लोग हैं जो भारत में शरिया कानून लाना चाहते हैं.
ये वही लोग है जो देश को तबाह और बर्बाद करना चाहते हैं. ये जिन्ना के डीएनए वाले हैं. ये ओवैसी हों या कोई और लोग हों."उन्होंने कहा कि यह भारत में अब नहीं चलने वाला है. भारत में सहिष्णुता है. अब हमारी परीक्षा न लें अब परीक्षा लेने का समय नहीं रहा. भाजपा नेता ने कहा कि आजादी के बाद देश में बड़ी संख्या में मस्जिद बनाई गई और मुसलमानों की आबादी में कई गुना बढ़ोतरी हुई. लेकिन कहीं से भी इस पर कोई विरोध दर्ज नहीं कराया गया. कोई आपत्ति नहीं दर्ज की गई. इस बीच, पाकिस्तान में बड़ी संख्या में मंदिरों को तोड़ दिया गया. भाजपा नेता ने कहा कि अब धैर्य जवाब दे रहा है. यह भी पढ़ें : Bihar: उप चुनाव में मिली हार से चिंतित भाजपा, बड़े बदलाव की तैयारी
सोमवार की शाम पत्रकारों से बातचीत के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि रामनवमी और हनुमान जयंती का जुलूस अगर अपने देश में नहीं निकाला जाए तो पाकिस्तान, बांग्लादेश या अफगानिस्तान में निकाला जाए. उन्होंने कहा कि 1947 में एक बार देश का बंटवारा हो चुका है. हमें ऐसी गलती दोबारा नहीं होने देना चाहिए.