गौरी लंकेश हत्याकांड: केटी नवीन ने गुनाह कबूला, किए चौंकाने वाले खुलासे

कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की छह महीने पहले हुई हत्या मामले में गिरफ्तार केटी नवीन कुमार ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. वहीं इस केस में अब एक नया मोड़ आ गया है. मुख्य आरोपी केटी नवीन ने इस हत्याकांड में हिंदू जाग्रुति समिति (एचजेएस) के समन्‍वयक मोहन गौड़ा के शामिल होने की तरफ इशारा किया है.

गौरी लंकेश (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: कन्नड़ पत्रकार गौरी लंकेश की छह महीने पहले हुई हत्या मामले में गिरफ्तार केटी नवीन कुमार ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है. वहीं इस केस में अब एक नया मोड़ आ गया है. मुख्य आरोपी केटी नवीन ने इस हत्याकांड में हिंदू जाग्रुति समिति (एचजेएस) के समन्‍वयक मोहन गौड़ा के शामिल होने की तरफ इशारा किया है. हिंदू चरमपंथी संगठन हिंदू जाग्रुति समिति भी सनातन संस्‍था से संबद्ध रखती है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक इस हत्याकांड की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) को इस बात के संकेत मिले हैं कि लंकेश हत्‍याकांड की जानकारी मोहन गौड़ा को पहले से थी. एचजेएस के उक्‍त पदाधिकारी ने इस मामले के मुख्‍य आरोपी केटी नवीन कुमार को हिंदू चरमपंथी संगठन के संपर्क में रखने का काम किया था.

वरिष्ठ पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश हत्या मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल ने पिछले महीने 650 पन्नों की चार्जशीट दाख़िल की थी. इस चार्जशीट में फोरेंसिक साइंस लैब के अधिकारियों, आरोपी केटी नवीन और सुजीत कुमार उर्फ़ प्रवीण समेत 131 लोगों के बयान शामिल हैं.

इस मामलें में एसआईटी ने और लोगो को भी गिरफ्तार किया है जिनके नाम अमोल काले कार्यकर्ता हिंदू जनजागृति समिति महाराष्ट्र, अमित देगवेकर कार्यकर्ता सनातन संस्था, मनोहर इडावे निवासी कर्नाटक और सुजीत कुमार कार्यकर्ता हिंदू जनजागृति समिति और सनातन संस्था के साथ जुड़े हैं.

वहीं फोरेंसिक रिपोर्ट के मुताबिक, गौरी लंकेश और लेखक कलबुर्गी की हत्या में एक ही बंदूक का इस्तेमाल किया गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि, कलबुर्गी और गौरी लंकेश को किसी एक ही समूह द्वारा मारा गया है. 30 अगस्त 2015 को कलबुर्गी की और 5 सितंबर 2017 को गौरी लंकेश की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी.

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