रांची: वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश (Gauri Lankesh) की हत्या के मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने गुरुवार शाम झारखंड (Jharkhand) के धनबाद जिले से फरार संदिग्ध ऋषिकेश देवडीकर (Rushikesh Devdikar) को गिरफ्तार किया है. ऋषिकेश उर्फ मुरली इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी बताया जा रहा है, जिसकी तलाश लंबे समय से की जा रही थी.
मिली जानकारी के मुताबिक एसआईटी की टीम ने ऋषिकेश देवडीकर को झारखंड के धनबाद जिले के कतरास से पकड़ा है. ऋषिकेश इस मामले में गिरफ्तार किया गया 18वां संदिग्ध है. मुख्य जांच अधिकारी एमएन अनुचेथ (MN Anucheth) ने बताया कि जांच से पता चला है कि ऋषिकेश मुख्य रूप से महिला पत्रकार की हत्या की साजिश में शामिल था. गौरी लंकेश हत्याकांड: SIT ने दायर की एक और चार्जशीट, हत्यारें 5 साल से रच रहे थे साजिश
ऋषिकेश को धनबाद से गिरफ्तार करने के बाद स्थानीय न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा. कोर्ट से ट्रांजिट वारंट मिलने के बाद आरोपी को बेंगलुरु लाया जाएगा. ऋषिकेश मूल रूप से महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला है. गौरी लंकेश की उनके घर के पास 5 सितंबर 2017 की रात करीब 8.20 बजे दो बाइक सवार लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
The SIT team probing Journalist Gauri Lankesh murder case, arrested absconding accused Rushikesh Devdikar yesterday. He was arrested from Dhanbad district of Jharkhand. pic.twitter.com/WCIfT6JfPq
— ANI (@ANI) January 10, 2020
पत्रकार गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच कर रह पुलिस ने पहले दावा किया था कि वामपंथ की तरफ झुकाव रखने वाली पत्रकार लंकेश की हत्या करने वाला एक दक्षिणपंथी सिंडिकेट दक्षिणपंथी संगठन सनातन संस्था की ओर से लाये गए साहित्य से प्रेरित था और उसने लंकेश की हत्या ‘दुर्जन’ होने के लिए की, जैसा पुस्तक में उल्लेख किया गया था. हालांकि सनातन संस्था ने गौरी लंकेश की हत्या के मामले की जांच कर रही एसआईटी पर खुद को ‘फंसाने’ का आरोप लगाया है. संस्था ने कहा कि इस हत्याकांड में नामजद लोगों से उनका अब कोई लेनादेना नहीं है.