कोलकाता, 21 दिसम्बर : पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने अगले महीने दक्षिण 24 परगना जिले के सागर द्वीप में होने वाले गंगासागर मेले की तैयारियों को लेकर अधिकारियों संग बैठक की और कई निर्देश दिए. मुख्यमंत्री गंगासागर मेले की तैयारी बैठक को संबोधित कर रही थी, जिसमें उनके कैबिनेट सहयोगियों, वरिष्ठ नौकरशाहों के साथ-साथ भारतीय सेना और तटरक्षक बल के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. मुख्यमंत्री ने कहा, पुलिस को सावधान रहना चाहिए कि कोई भी आग्नेयास्त्र लेकर मेला मैदान में प्रवेश न करे. कार्यक्रम को खराब करने का प्रयास किया जा सकता है. कुछ लोग वहां सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश भी कर सकते हैं. इसलिए पुलिस को बेहद सावधान रहना चाहिए.
नौ दिवसीय धार्मिक समागम 9 जनवरी से शुरू होगा और 17 जनवरी तक चलेगा, जबकि मकर संक्रांति के अवसर पर पवित्र डुबकी 14 जनवरी और 15 जनवरी को लगेगी. समागम के दौरान पुलिस को आगजनी की घटनाओं से आगाह करते हुए मुख्यमंत्री ने पुलिस को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि किसी को भी मेला परिसर में चूल्हे के साथ प्रवेश करने या मेला परिसर के भीतर खाना पकाने की अनुमति नहीं दी जाए. यह भी पढ़ें : Ganga Sagar Mela 2023: CM ममता ने गंगासागर मेले की उपेक्षा के लिए केंद्र पर हमला बोला
बनर्जी ने कहा, किसी भी परिस्थिति में मेला मैदान के भीतर किसी भी तरह की आग जलाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इस बार कुंभ मेला नहीं है जिसे देखते हुए राज्य प्रशासन को रिकॉर्ड भीड़ की उम्मीद है, इसलिए विशेष सावधानी बरती जाए. बनर्जी के अनुसार, राज्य प्रशासन को इस बार गंगासागर मेले में लगभग 30 लाख तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद है.
उन्होंने भारतीय सेना और तटरक्षक बल के प्रतिनिधियों से भी अनुरोध किया कि यदि राज्य प्रशासन उन्हें तैनात करने की आवश्यकता महसूस करता है तो वह अपनी-अपनी व्यवस्था तैयार रखें. बैठक में मौजूद तटरक्षक के प्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री को बताया कि 7 जनवरी से उनके नदी-गश्ती पोत पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ अंतर्राष्ट्रीय जल सीमा के पास लगातार निगरानी करेंगे और यह प्रक्रिया कार्यक्रम समाप्त होने तक जारी रहेगी. बनर्जी ने यह भी कहा कि वह वार्षिक मेले की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए व्यक्तिगत रूप से सागर द्वीप का दौरा करेंगी.