नई दिल्ली. भारत-चीन के बीच (India-China Face-Off in Ladakh) गलवान घाटी (Galwan Valley) के पास हुई हिंसक झड़प के बाद से ही दोनों देशों के बीच हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. इस घटना में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए हैं. जबकि चीन को काफी नुकसान हुआ है. हालांकि चीन इसे लेकर कुछ भी बोलने की बजाय झूठ फैला रहा है. इसी बीच भारतीय विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने चीन (China) की तरफ से गलवान घाटी को लेकर किये जा रहे झूठे दावे को खारिज कर दिया है. शनिवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि गलवान घाटी को लेकर पॉजिशन पूरी तरह से स्पष्ट है. इसके साथ ही भारत ने एलएसी (LAC) के पार कभी कोई कार्रवाई नहीं की है.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन की ओर से वास्तविक नियंत्रण रेखा किये जा रहे गलत दावे को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. इसके साथ ही चीन की सेना बिना किसी कारण के ही लंबे समय से इस इलाके में पेट्रोलिंग करती रही है.भारत की तरफ से बनाए गए सभी बुनियादी ढांचे पूरी तरह से हमारी सीमा के भीतर हैं. यह भी पढ़ें-India-China Face-Off in Ladakh: भारतीय सेना के 10 जवानों के अगवा करने की खबरों के बीच चीन ने कहा- हमने नहीं पकड़ा भारत का एक भी जवान
ANI का ट्वीट-
The Indian side has never undertaken any actions across the LAC. In fact, they have been patrolling this area for a long time without any incident. All infrastructure built by the Indian side is naturally on its own side of the LAC: MEA #GalwanValleyFaceOff
— ANI (@ANI) June 20, 2020
गलवान घाटी में हुई सैन्य हिंसा के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के 19 जून को किये गए दावे पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया है. मंत्रालय ने कहा कि इंडियन आर्मी के सैनिक गलवान घाटी सहित भारत-चीन सीमा पर के सभी सेक्टरों से अच्छी तरह वाकिफ हैं.
विदेश मंत्रालय की तरफ से आगे कहा कि चीन की तरफ से मई 2020 की शुरुआत से ही भारतीय सेना की सामान्य पेट्रोलिंग में भी अड़ंगा डालने की कोशिश की जा रही है. जिसके चलते कई बार दोनों-सेनाओं के बीच आमना-सामना हुआ है. साथ ही यह आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है कि भारतीय सेना एकतरफा अपनी स्थित में बदलाव कर रही थी.