कोरोना वायरस के साउथ अफ्रीका और ब्राजील वैरिएंट की देश में एंट्री, यूके स्ट्रेन के 187 केस
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस (COVID-19) के यूके वैरिएंट के बाद अब देश में दक्षिणी अफ्रीकी और ब्राजील वैरिएंट का खौफ सामने आया है. कोरोना की स्थिति की जानकारी देते हुए सरकार ने बताया कि देश में अब तक साउथ अफ्रीका स्ट्रेन के चार, ब्राजील स्ट्रेन के 1 और यूके कोरोना स्ट्रेन के 187 केस पाए गए हैं. आईसीएमआर के डीजी बलराम भार्गव ने कहा कि साउथ अफ्रीका से आने वाले चार लोगों में साउथ अफ्रीकन स्ट्रेन पाया गया है. सभी यात्रियों और उनके संपर्क में आए लोगों की टेस्टिंग की गई है और उन्हें क्वारंटाइन किया गया है. इसके अलावा ब्राजीलियाई वैरिएंट से भी जुड़ा एक मामला दर्ज किया गया है.

ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि फरवरी के पहले हफ्ते में SAS-CoV-2 के ब्राजील वैरिएंट पता चला है. वैक्सीन की प्रभावशीलता का आकलन करने के लिए प्रयोग चल रहे हैं. इस वायरस स्ट्रेन को आईसीएमआर पुणे में सफलतापूर्वक आइसोलेट किया गया. ब्राजील और साउथ अफ्रीका वाले वैरिएंट यूके वाले वैरिएंट से अलग हैं. Wuhan में दिसंबर 2019 में कोविड के 13 वेरिएंट पाए गए थे- डब्ल्यूएचओ टीम.

इसके साथ ही बलराम भार्गव ने जानकारी दी कि वर्तमान में भारत में यूके वैरिएंड के 187 मरीज हैं. सभी कंफर्म केस को क्वारंटाइन किया गया है और उनका इलाज जारी है. इनके संपर्क में आने वाले लोगों की भी जांच की गई और उन्हें आइसोलेट किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे पास जो वैक्सीन उसमें इस यूके वैरिएंट को न्यूट्रलाइज करने की क्षमता है.

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा, अब तक देश में कुल 87,40,000 से ज्यादा कोविड वैक्सीन की डोज दी गई हैं. इनमें से 85,70,000 पहली डोज हैं और 1,70,000 से ज्यादा दूसरी डोज हैं. उन्होंने बताया, देश में कोविड के सक्रिय मामले अब 1,40,000 से भी कम हो गए हैं. क्युमुलेटिव पॉजिटिविटी रेट 5.27 फीसदी है और लगातार घट रहा है. पिछले 15 दिन के आंकड़े देखें तो नए मामलों की रेंज 12,900 प्रतिदिन से लेकर 9000 प्रतिदिन तक है.