मुंबई, 1 नवंबर: महाराष्ट्र (Maharashtra) के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) सोमवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय के समक्ष पेश हुए. उनपर मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह (Param Bir Singh) ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे, जिसकी जांच कई एजेंसियां कर रही है. यह भी पढ़े: Maharashtra: मनी लॉन्ड्रिंग केस में बढ़ी अनिल देशमुख की मुश्किलें, PA कुंदन शिंदे और PS संजीव पलांडे को ED ने किया गिरफ्तार
केंद्रीय जांच ब्यूरो(सीबीआई) ने एक दिन पहले ठाणे से एक बिचौलिए संतोष जगताप को गिरफ्तार किया था, जिसके एकदिन बाद बाद यह घटनाक्रम सामने आया है. वह भ्रष्टाचार के सौदों में कथित रूप से शामिल था और गिरफ्तारी से बच रहा था. देशमुख ने अपने वकील के साथ एजेंसी के सामने पेश होने से पहले एक रिकॉर्डेड बयान में कहा, "मैं अदालतों का सम्मान करता हूं. "
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता, 72 वर्षीय देशमुख को परमबीर सिंह के आरोपों के बाद पद छोड़ना पड़ा था. सिंह ने उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने देशमुख पर कुछ संगीन आरोप लगाए थे. सिंह ने कहा था कि देशमुख ने पूर्व पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को 100 करोड़ रुपये कलेक्ट करने का लक्ष्य दिया था.