नई दिल्ली, 17 नवंबर : पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि भारतपे के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अश्नीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन को उनके खिलाफ जारी लुकआउट सर्कुलर (एलओसी) के तहत दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोका गया. दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के अनुरोध पर लुकआउट नोटिस जारी किया गया था. खबर की पुष्टि करते हुए, संयुक्त पुलिस आयुक्त (ईओडब्ल्यू), सिंधु पिल्लई ने कहा कि उन्हें ईओडब्ल्यू द्वारा जारी एलओसी पर गुरुवार रात हवाई अड्डे पर रोक दिया गया. हालांकि उन्होंने और अधिक जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया.
सूत्रों के अनुसार, न्यूयॉर्क जा रहे जोड़े को दिल्ली में अपने आवास पर लौटने और ईओडब्ल्यू के नेतृत्व में चल रही जांच में सहयोग करने का निर्देश दिया गया. जांच की प्रकृति या ग्रोवर और जैन के खिलाफ विशिष्ट आरोपों का अभी खुलासा नहीं किया गया है. हाल ही में, दिल्ली पुलिस ने उच्च न्यायालय में पेश एक स्थिति रिपोर्ट में कहा था कि उसने सह-संस्थापक अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा भारतपे के संचालन में वित्तीय अनियमितताओं और चैनल फंड के लिए पिछली तारीख के चालान के उपयोग सहित संदिग्ध प्रथाओं में निहितार्थ का आरोप लगाया था. यह भी पढ़ें : चक्रवात ‘मिधिली’ बांग्लादेश के तट से टकराएगा, मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई
रिपोर्ट के अनुसार, ग्रोवर के परिवार से जुड़ी आठ एचआर परामर्श फर्मों, जैसे ट्रू वर्क कंपनी, टीम सोर्स और इंपल्स मार्केटिंग ने बंद बैंक खातों के साथ बिल दाखिल किए, जो चालान के संभावित निर्माण का संकेत देते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि ये अलग-अलग संस्थाएं एक ही पंजीकृत पते पर पंजीकृत हैं. रिपोर्ट में कहा गया है, "पिछली तारीख के चालान का उपयोग न केवल वित्तीय अनियमितता के मुद्दों को उठाता है बल्कि भारतपे के वित्तीय संचालन की पारदर्शिता और जवाबदेही पर भी सवाल उठाता है." इसके अतिरिक्त, विक्रेता भुगतान का पता लगाने में ईओडब्ल्यू की कठिनाई जटिलता की एक परत जोड़ती है, जिससे भारतपे को अपने व्यावसायिक लेनदेन में उचित परिश्रम की जांच करने में मदद मिलती है.