दिल्ली-मुंबई से उड़ान भरना होगा महंगा? जानें क्यों बढ़ सकते हैं फ्लाइट टिकट के दाम
IGI Airport | PTI

नई दिल्ली: दिल्ली और मुंबई एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाले यात्रियों को जल्द ही जेब ढीली करनी पड़ सकती है. वजह है यूजर चार्ज में संभावित बड़ा इजाफा, जो सीधा असर टिकट की कीमतों पर डाल सकता है. टेलिकॉम डिस्प्यूट्स सेटलमेंट एंड अपीलेट ट्राइब्यूनल (TDSAT) के हालिया आदेश के बाद दोनों एयरपोर्ट्स पर लगाए जाने वाले यूजर फीस बढ़ सकती है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर डेवलपमेंट फीस (UDF) में 22 गुना तक का इजाफा हो सकता है. अगर नया शुल्क लागू हुआ, तो फ्लाइट टिकटों के दाम भी तेज़ी से बढ़ेंगे. यूजर डेवलपमेंट फीस (UDF) वह चार्ज है जिसे यात्री हर टिकट के साथ देता है. और अगर यह 22 गुना तक बढ़ गया तो इसका सीधा असर टिकट प्राइस पर पड़ेगा और यात्रियों की जेब पहले से कहीं ज्यादा ढीली होगी.

कितना बढ़ सकता है UDF?

यदि आदेश लागू हुआ, तो शुल्क कुछ इस तरह बढ़ सकते हैं:

दिल्ली एयरपोर्ट (IGI)

  • घरेलू यात्री: 129 रुपये से बढ़कर 1,261 रुपये
  • अंतरराष्ट्रीय यात्री: 650 रुपये से बढ़कर 6,356 रुपये

मुंबई एयरपोर्ट

  • घरेलू यात्री: 175 रुपये से बढ़कर 3,856 रुपये
  • अंतरराष्ट्रीय यात्री: 615 रुपये से बढ़कर 13,495 रुपये

आखिर क्यों बढ़ रही है यूजर फीस?

TDSAT के आदेश के बाद FY09 से FY14 तक के पांच वर्षों के लिए शुल्क कैल्कुलेशन का स्ट्रक्चर बदल गया है. इस दौरान दोनों एयरपोर्ट्स पर 50,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की अंडर-रिकवरी सामने आई है. अब इस बकाया रकम की भरपाई यात्रियों से मिलने वाली फीस, लैंडिंग चार्ज और पार्किंग फीस से की जाएगी. इसी वजह से टिकट की कीमतें बढ़ने की आशंका है.

मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट

इस आदेश को एयरपोर्ट्स इकोनॉमिक रेग्युलेटरी अथॉरिटी (AERA), घरेलू एयरलाइंस और विदेशी एयरलाइंस जैसे लुफ्थांसा, एयर फ्रांस और गल्फ एयर ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. बुधवार को जस्टिस अरविंद कुमार और निलय विपिंचंद्र अंजारिया की बेंच इस मामले की सुनवाई करेगी.

यात्रियों पर होगा सीधा असर

मामला फिलहाल अदालत में है, इसलिए अंतिम फैसला सुप्रीम कोर्ट ही करेगा. लेकिन अगर यूज़र डेवलपमेंट फीस बढ़ाने का प्रस्ताव लागू हो गया, तो दिल्ली और मुंबई से उड़ान भरने वालों को टिकटों पर भारी अतिरिक्त राशि चुकानी पड़ सकती है. यह बढ़ोतरी न सिर्फ घरेलू यात्रियों, बल्कि अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए भी महंगी साबित होगी.