गुवाहाटी: असम में बाढ़ की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है. कई इलाकों में पानी अभी भी घुटनों से ऊपर है. यहां लोग अभी ही नाव का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं. लोगों के घर आधे-आधे पानी में डूबे हुए हैं. बाढ़ से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है और इसे पटरी पर आने में अभी समय लगेगा. राज्य में इस साल बाढ़ एवं भूस्खलन में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है. Assam Floods: बाढ़ से भारी तबाही, दीमा हसाओ जिले का खुबसूरत रेलवे स्टेशन हुआ मलबे में तब्दील.
असम में बुधवार को भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी रही और दो लोगों की मौत हो गई. बाढ़ से नौ जिलों में 5.75 लाख से अधिक लोग प्रभावित हैं. एक सरकारी बुलेटिन में यह जानकारी दी गयी है. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ के कारण नगांव जिले के कामपुर एवं कछार जिले के सिलचर में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई.
बाढ़ से नगांव सबसे अधिक प्रभावित
Assam | Low-lying villages in Roha of Nagaon district remain inundated following flood situation in the area pic.twitter.com/yMbf9BxjjS
— ANI (@ANI) May 26, 2022
जनजीवन प्रभावित
Madam Deputy Commissioner Inspected the flood & erosion affected areas of Chesri GP, Village- Chutrasangan under Borkhola Dev. Block, on foot where she interacted with local people to understand their problems due to this flood & erosion and instructed concerned officials to pic.twitter.com/93krg6nVH0
— Deputy Commissioner Cachar (@dccachar) May 25, 2022
प्राधिकरण ने कहा कि कछार, डर्रांग, दीमा हसाओ, होजाई, कामरूप, कार्बी आंगलोंग पश्चिम, करीमगंज, मोरीगांव एवं नगांव जिलों में 5,75,400 से अधिक लोग बाढ़ से बेहाल हैं. नगांव सबसे अधिक प्रभावित है जहां 3.64 लाख लोग बाढ़ से बेहाल हैं. कछार में 1.63 लाख और मोरीगांव में 41000 लोगों पर बाढ़ की मार पड़ी है.
मंगलवार तक राज्य के 17 जिलों में 5.8 लाख से अधिक लोग बाढ़ से प्रभावित हुए. प्राधिकरण का कहना है कि 1073 गांव पानी में डूबे हैं तथा 51,671.52हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है.