FIR Against Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस (TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के खिलाफ कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में उनके खिलाफ छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है. यह FIR माना कैंप पुलिस स्टेशन में शनिवार, 30 अगस्त 2025 को भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 196 (धर्म, जाति, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और धारा 197 (राष्ट्रीय एकता के लिए हानिकारक बयान या दावे) के तहत दर्ज की गई है.
महुआ मोइत्रा ने क्या टिप्पणी की थी?
मामला तब गरमाया जब महुआ मोइत्रा ने पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बातचीत में कथित तौर पर कहा, "अगर अमित शाह बांग्लादेश से घुसपैठ रोकने में विफल रहते हैं, तो पहली चीज जो आपको करनी चाहिए वह है अमित शाह का सिर काटकर अपनी मेज पर रख देना. यह भी पढ़े: Udit Raj on Mahua Moitra: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा का बयान उचित नहीं: उदित राज
यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद स्थानीय निवासी गोपाल सामंतो ने इसकी शिकायत दर्ज कराई. शिकायत में कहा गया कि मोइत्रा का बयान आपत्तिजनक और असंवैधानिक है
मामले में जांच शुरू
पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है. सूत्रों के अनुसार, महुआ मोइत्रा को नोटिस जारी किया जा सकता है और उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया जा सकता है. इस बयान ने राजनीतिक विवाद को जन्म दे दिया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद सहित कई भाजपा नेताओं ने मोइत्रा की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है. मुख्यमंत्री साय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मामले में कार्रवाई करने और माफी मांगने की मांग की है.
महुआ मोइत्रा की सफाई
महुआ मोइत्रा ने अपने बचाव में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:"भाजपा की ट्रोल सेल का तरीका है - एक मुद्दा चुनो, इसे सभी ट्रोल्स को दो और सोशल मीडिया पर वायरल कर दो. आज का थीम है महुआ मोइत्रा का 'उसका सिर काट दो' वाला रूपक। मेरी बदनामी ज़िंदाबाद.
TMC नेता कुणाल घोष ने भी सफाई देते हुए कहा कि मोइत्रा का बयान प्रतीकात्मक था और उसका कोई शारीरिक या हिंसात्मक आशय नहीं था.
पहले भी विवादों में रही हैं महुआ मोइत्रा
महुआ मोइत्रा अपने तीखे बयानों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहती हैं. इससे पहले भी वह केंद्र सरकार और भाजपा नेताओं पर लगातार हमले करती रही हैं. यह पहला मौका नहीं है जब उनके बयान विवादों में आए हों. इससे पहले वह 'कैश फॉर क्वेरी' मामले में लोकसभा से निष्कासित भी की जा चुकी हैं.













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