Farmers Protest: मोदी सरकार (Modi Government) के खिलाफ तीन कृषि कानूनों (Three Agriculture Law) के खिलाफ देश भर में पिछले लंबे समय से जारी किसान आंदोलन (Farmers Protest) के बीच अब मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Meghalaya Governor Satya Pal Malik) का बयान सामने आया है. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किसानों के समर्थन में बयान दिया है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन कैसे खत्म किया जा सकता है. Rail Roko Agitation: आज सुबह 10 से शाम 6 बजे तक रेल रोकेंगे किसान, कई ट्रेनों पर होगा असर
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बताया कि मोदी सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी पर कानून बनाना चाहिए. राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि, एमएसपी पर कानून बनाने के बाद किसानों को ये आंदोलन खत्म हो सकता है और निश्चित रूप से इसका हल निकल सकता है.
If govt (Centre) provide MSP guarantee through a law then it can be resolved (farmers' agitation against 3 farm laws). There's only one thing so why are you (Centre) not fulfilling it? They (farmers) won't compromise on less than MSP: Governor of Meghalaya Satya Pal Malik (17.10) pic.twitter.com/oSLze6YtlN
— ANI (@ANI) October 18, 2021
सत्यपाल मलिक ने कहा कि, "यदि केंद्र सरकार एक कानून के माध्यम से एमएसपी पर गारंटी दे देती है तो कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन को खत्म किया जा सकता है. बस एक यही बात है तो आप (मोदी सरकार) इसे क्यों नहीं पूरा कर रहे हैं? किसान एमएसपी से कम पर समझौता नहीं करेंगे."
सत्यपाल मलिक ने रविवार को झुंझुनूं यात्रा के दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि वह किसानों के मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार से लड़ाई भी लड़ चुके हैं. उनका दावा है कि एमएसपी कानून बनने के बाद किसानों का आंदोलन अपने आप खत्म हो जाएगा. उन्होंने ये भी कहा कि अगर किसानों की बात नहीं मानी जाती है तो मुश्किल होगी.
बता दें, मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठन पिछले एक साल से भी ज्यादा वक्त से आंदोलन और विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. मोदी सरकार और किसान संगठनों की बीच कई दौर की बैठक भी हो चुकी है लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है. वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने 18 अक्टूबर को 6 घंटे देशव्यापी रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया है. इस आह्वान के बाद ट्रेन से सफर करने वालों को थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.