नई दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने लखीमपुर हिंसा के मामले में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा (Ajay Kumar Mishra) की बर्खास्तगी और गिरफ्तारी की मांग को लेकर सोमवार को ‘रेल रोको’ आंदोलन कर रहा है. केंद्र के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे विभिन्न किसान संगठनों के संयुक्त मंच एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘जब तक लखीमपुर खीरी मामले में न्याय नहीं मिल जाता प्रदर्शन और तेज होगा.’’ एसकेएम ने कहा कि ‘रेल रोको’ प्रदर्शन के दौरान सोमवार को पूर्वाह्न 10 बजे से अपराह्न चार बजे तक सभी मार्गों पर छह घंटे के लिए रेल यातायात को रोका जाएगा. Lakhimpur Kheri Violence: यूपी के बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह बोले- लखीमपुर खीरी हिंसा से पार्टी को नहीं होगा कोई नुकसान.
बयान में कहा गया, ‘‘गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने कल राष्ट्रव्यापी रेल रोको कार्यक्रम की घोषणा की है ताकि लखीमपुर खीरी जनसंहार में न्याय मिल सके.’’
बता दें कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया गांव में तीन अक्टूबर को प्रदर्शनकारियों के एक समूह को दो SUV द्वारा कुचले जाने से चार किसानों सहित कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई थी. संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोप लगाया है कि केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा उस वाहन में बैठे थे जो किसानों को कुचल रहा था. हालांकि, मंत्री ने आरोपों से इनकार किया है और दावा किया है कि उनका बेटा उस समय मौजूद नहीं था जब घटना हुई थी.
संयुक्त किसान मोर्चा ने यह भी आश्वासन दिया है कि आंदोलन "शांतिपूर्ण ढंग से बिना किसी विनाश और किसी भी रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाए बिनाकिया जाएगा. आंदोलन के दौरान ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित होने की संभावना है. आशीष मिश्रा को 9 अक्टूबर को एसआईटी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले ने उत्तर प्रदेश सरकार विपक्षियों के निशाने पर है. यह मुद्दा राजनीति का केंद्र बन गया है. विपक्षियों का आरोप है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली योगी आदित्यनाथ की सरकार दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है.