जयपुर, 17 दिसम्बर. ठंड के मौसम में राजस्थान, हरियाणा और गुजरात के हजारों किसानों ने नए कृषि कानूनों का विरोध करते हुए शाहजहांपुर (हरियाणा-राजस्थान सीमा) पर अपना धरना जारी रखा. यहां किसान आंदोनलरत हैं और गुरुवार को जयपुर-दिल्ली राजमार्ग को अवरुद्ध हुए पांच दिन हो गए हैं. केंद्र की ओर से लागू किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसान 'विवादास्पद' कानूनों की वापसी की मांग कर रहे हैं. वह अन्य किसानों के साथ विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए दिल्ली में प्रवेश करना चाहते हैं, मगर पुलिस ने उन्हें रोक दिया है. अब किसान दिल्ली में प्रवेश के लिए पुलिस की अनुमति की बाट जोह रहे हैं.
राजस्थान ट्रेड यूनियन, राजस्थान रोडवेज एम्पलाइज यूनियन और कई अन्य यूनियनों के सदस्य प्रदर्शनकारीकिसानों के लिए अपना समर्थन दिखाने के लिए शाहजहांपुर पहुंचे. संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य संजय माधव ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "किसान इस जगह से तब तक नहीं हटेंगे, जब तक कि उनकी मांग पूरी नहीं हो जाती. यह भी पढ़ें-Farmers Protest: पीएम मोदी ने किसानों से कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का पत्र पढ़ने का किया आग्रह, देश की जनता से की ये अपील
माधव ने आरोप लगाया कि नए कृषि कानूनों से कॉर्पोरेट्स को फायदा होगा। उन्होंने कहा कि कृषि भूमि पर कब्जा करने के लिए तीन कानून पारित किए गए हैं। माधव ने कहा कि इससे कॉर्पोरेट्स के लिए नए रास्ते खुलेंगे, लेकिन यह किसानों के हित में नहीं हैं. विरोध प्रदर्शन में राज्यसभा सांसद के. के. राजेश और योगेंद्र यादव के साथ अन्य मौजूद रहे.