नई दिल्ली:- विवादास्पद टिप्पणियां करने के लिए जाने जाने वाले बीजेपी (BJP) नेता अनंत कुमार हेगड़े (Anant Kumar Hegde) एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. उनके एक बयान ने फिर से सियासी गलियारों में गहमागहमी को तेज कर दिया है. दरअसल उन्होंने अपने बयान में कहा है कि केंद्र के 40 हजार करोड़ बचाने के लिए देवेंद्र फडणवीस को 80 घंटे के लिए सीएम बनना पड़ा था. अनंत कुमार हेगड़े कहा कि यह फैसला देवेंद्र फडणवीस को जानबूझकर लेना पड़ा ताकि पैसों को दुरपयोग नहीं हो सके. अनंत कुमार हेगड़े का बयान उस सवाल पर आया था जिसमें पूछा जा रहा है था कि देवेंद्र फडणवीस कम समय के लिए सीएम क्यों बने थे. उन्होंने कहा कि सीएम बनने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने पूरे पैसे को वापस केंद्र सरकार के पास पहुंचा दिया. इसके लिए ड्रामा किया गया.
अनंत कुमार हेगड़े ने कहा कि क्या हम सब नहीं जानते थे कि बीजेपी के महाराष्ट्र में बहुमत नहीं थी उसके बाद भी हमारी सरकार बन गई. उसके 80 घंटे बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया. बता दें कि महाराष्ट्र में बुधवार को विधानसभा में होने वाले फ्लोर टेस्ट से पहले राज्य के मुख्यमंत्री देंवेद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और उपमुख्यमंत्री अजित पवार ( Ajit Pawar) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जिसके बाद सूबे के महा विकास अघाड़ी की सरकार बनी और उद्धव ठाकरे राज्य के मुख्यमंत्री बने.
Ananth K Hegde,BJP: A CM has access to around Rs 40,000 Cr from Centre.He knew if Congress-NCP-Shiv Sena govt comes to power it would misuse funds meant for development. So it was decided that there should be a drama.Fadnavis became CM&in 15hrs he moved Rs40,000 Cr back to Centre pic.twitter.com/3SNymN1eMQ
— ANI (@ANI) December 2, 2019
विवादों से रहा है नाता
बता दें कि अनंत कुमार हेगड़े कई बार विवादित बयान देकर चर्चा में रहे हैं. इससे पहले उन्होंने कहा था कि अगर कोई हिंदू लड़की (Hindu girl) को छुए तो उसका हाथ नहीं बचना चाहिए. इसके अलावा उन्होंने ताजमहल को लेकर भी बयान दिया उन्होंने कहा कि ताजमहल एक शिव मंदिर था, जिसे राजा परमतीर्थ ने बनाया था. उन्होंने कहा कि इतिहास को इसी तरह से लिखा जाता है.
वहीं अनंत हेगड़े ने टीपू सुल्तान को लेकर विवादित बयान दिया था. अनंत कुमार ने कहा था कि, टीपू जयंती पर उन्होंने ब्रिटिश शासकों से चार युद्ध लड़ने वाले टीपू सुल्तान को बलात्कारी और बर्बर हत्यारा बताते हुए टीपू जयंती पर होने वाले किसी भी सरकारी कार्यक्रम में शामिल न होने का ऐलान किया था.
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देवेंद्र फडणवीस ने 23 अक्टूबर को एक बड़े राजनीतिक उलटफेर के बाद सुबह 8 बजे दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. लेकिन अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस शपथ लेने के सिर्फ 80 घंटे में इस्तीफा देने वाले महाराष्ट्र के पहले मुख्यामंत्री बन गए हैं. इससे पहले पूर्व सीएम पीके सावंत (P. K. Sawant) के नाम सबसे कम समय सीएम बनने का रिकॉर्ड दर्ज था. उनका कार्यकाल 25 नवंबर 1963 से लेकर 4 दिसंबर 1963 तक चला था. पूर्व सीएम पीके सावंत कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे.
महाराष्ट्र में सबसे कम 80 घंटे के मुख्यमंत्री रहे फडणवीस
देवेंद्र फडणवीस ने 23 अक्टूबर को एक बड़े राजनीतिक उलटफेर के बाद सुबह 8 बजे दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. लेकिन अब उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. जिसके बाद देवेंद्र फडणवीस शपथ लेने के सिर्फ 80 घंटे में इस्तीफा देने वाले महाराष्ट्र के पहले मुख्यामंत्री बन गए हैं. इससे पहले पूर्व सीएम पीके सावंत (P. K. Sawant) के नाम सबसे कम समय सीएम बनने का रिकॉर्ड दर्ज था. उनका कार्यकाल 25 नवंबर 1963 से लेकर 4 दिसंबर 1963 तक चला था. पूर्व सीएम पीके सावंत कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे.