
मध्यप्रदेश के भोपाल (Bhopal) लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Sadhvi Pragya Singh Thakur) ने गुरुवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) के हत्यारे नाथूराम गोडसे (Nathuram Godse) को 'देशभक्त' बताया था. हालांकि विवाद बढ़ने पर साध्वी प्रज्ञा ने इस बयान को वापस लेते हुए इसे निजी बयान बताया और इसके लिए माफी मांगी थी. इस बीच केंद्र की मोदी सरकार के मंत्री अनंत कुमार हेगड़े (Ananth Kumar Hegde) ने साध्वी प्रज्ञा का बचाव किया है. दरअसल, अनंत हेगड़े ने शुक्रवार को ट्विटर पर लिखा, 'मैं खुश हूं कि करीब 7 दशक के बाद आज की पीढ़ी नए बदलाव के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है. इस चर्चा को सुन आज नाथूराम गोडसे अच्छा महसूस कर रहे होंगे.'
अनंत हेगड़े ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, 'अब समय है कि आप मुखर हों और माफी मांगने से आगे बढ़ें, अब नहीं तो कब?’ दरअसल, अनंत हेगड़े ने ये ट्वीट एक ट्वीट के जवाब में किया. हालांकि बाद में अनंत हेगड़े ने एक और ट्वीट कर के सफाई दी और लिखा, 'मेरा अकाउंट कल से हैक था. गांधी जी की हत्या को जायज ठहराने का कोई सवाल ही नहीं है. गांधी जी की हत्या का कोई सहानुभूति या जस्टिफिकेशन नहीं हो सकता. गांधी जी द्वारा राष्ट्र के लिए किए गए योगदान का हमलोग पूरा सम्मान करते हैं.'
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My account was hacked since yesterday. There is no question of justifying Gandhi ji's murder. There can be no sympathy or justification of Gandhi ji's murder. We all have full respect for Gandhi ji's contribution to the nation.
— Chowkidar Anantkumar Hegde (@AnantkumarH) May 17, 2019
बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ने एक सवाल के जवाब में गुरुवार को कहा था कि नाथूराम गोडसे देशभक्त थे, देशभक्त हैं और देशभक्त रहेंगे. उनके इस बयान की काफी आलोचना हुई और बीजेपी ने भी खुद को इससे अलग कर लिया था. साध्वी प्रज्ञा ने अपने विवादित बयान को लेकर माफी मांगते हुए कहा था कि यह मेरा निजी बयान था. उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे पर पार्टी लाइन पर चलेंगी. बता दें कि साध्वी प्रज्ञा साल 2008 में हुए मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर हैं.