मोदी सरकार ने पेट्रोल पर 10 रुपए और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाई, ग्राहकों के लिए रिटेल दाम में नहीं होगा कोई परिवर्तन
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credit: IANS)

नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पूरा देश परेशान है. सरकार की लाख कोशिश के बाद भी कोविड-19 की महामारी का प्रकोप थमता नहीं दिख रहा है. ऐसे में भारत सरकार की तरफ से प्रतिदिन इस महामारी को लेकर करोड़ों रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं.  इस महामारी का ही असर है कि देश की आर्थिक हालत बिगड़ती ही जा रही है. इस बीच जहां दिल्ली में पेट्रोल और डीजल (Petrol and Diesel) के दामों में  केजरीवाल सरकार की तरफ से बढ़ोतरी की गई. वहीं केन्द्र सरकार ने मंगलवार रात को पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 10 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर उत्पाद शुल्क 13 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिया. हालांकि ग्राहकों के लिए दामों में बढ़ोतरी नहीं हुई है. ग्राहकों को पेट्रोल और डीजल पुरानी दरों पर ही मिलेगा

वहीं इसके पहले दिल्ली सरकार ने पेट्रोल और डीजल के दामों में बड़ी बढ़ोतरी हुई है. पेट्रोल 1.67 और डीजल 7.10 रुपये प्रति लीटर मंहगा हो गया है. दिल्ली सरकार ने दोनों ईंधन पर मूल्यवर्धित कर (वैट) में खासी बढ़ोतरी की है. पेट्रोल पर वैट 27 से बढाकर 30 प्रतिशत किया गया है. डीजल पर इसे 16.76 प्रतिशत से 30 प्रतिशत किया गया है. यह भी पढ़े: महानगरों में सबसे महंगा डीजल दिल्ली में, वैट बढ़ने से पेट्रोल 1.67, डीजल 7.10 रुपये/ लीटर महंगा

ग्राहकों के लिए नहीं बढ़ेंगे दाम-

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले के बाद  कल यानी 6 मई से यह दरें लागू होंगी. इससे पहले पंजाब सरकार ने भी ऑटो ईंधन पर वैट बढ़ाया. पंजाब में भी पेट्रोल और डीजल दो रुपये प्रति लीटर से अधिक महंगे हो जाएंगे.

ज्ञात हो कि कोरोना संकट के चलते 24 मार्च से देशभर में लॉकडाउन हैं. ऐसे में पेट्रोल-डीजल की मांग में बहुत बड़ी गिरावट देखने को मिली. लॉकडाउन के चलते देशभर में लोग अपने घरों में कैद हैं. क्योंकि लॉकडाउन 3 मई से बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया है. ऐसे में जब तक देश में लॉकडाउन खत्म नहीं हो जाता है है. तब तक लोगो को अपने घरों में ही कैद तो रहना ही पड़ेगा.