नई दिल्ली: बीते कुछ समय से देश के कई हिस्सों से इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर (Electric Two Wheelers) में आग लगने के कई मामले सामने आये है. जिसके मद्देनजर केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने आज इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाने वाले वाहन निर्माताओं को आगाह किया है. साथ ही उन्होंने नियमों की अनदेखी करने पर कंपनियों के खिलाफ कड़े एक्शन की चेतावनी भी दी है. पानी से बने ग्रीन हाइड्रोजन से चलती है आलीशान कार Mirai, संसद लेकर पहुंचे नितिन गडकरी, मोदी सरकार के सपने का किया खुलासा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा “पिछले दो महीनों में इलेक्ट्रिक टू व्हीलर से जुड़ी कई दुर्घटनाएं सामने आ चुकी हैं. यह सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं में कुछ लोगों की जान गई है और कई लोग घायल हुए हैं. हमने इन घटनाओं की जांच करने और इससे बचने के उपायों को लेकर सिफारिशें करने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया है.”
उन्होंने कहा “रिपोर्ट्स के आधार पर हम डिफॉल्ट करने वाली कंपनियों पर जरूरी ऑर्डर जारी करेंगे. हम जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए गुणवत्ता केंद्रित दिशानिर्देश जारी करेंगे. यदि कोई कंपनी अपने प्रोसेस में लापरवाही बरतती है, तो भारी जुर्माना लगाया जाएगा और सभी दोषपूर्ण (Defective) वाहनों को वापस लेने का भी आदेश दिया जाएगा.”
Several mishaps involving Electric Two Wheelers have come to light in last two months. It is most unfortunate that some people have lost their lives and several have been injured in these incidents.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) April 21, 2022
इस बीच उन्होंने कंपनियों (Electric Vehicles) से सभी दोषपूर्ण बैचों के वाहनों को तुरंत वापस लेने की अपील की है. साथ ही उन्होंने कहा की पीएम मोदी के नेतृत्व में हमारी सरकार प्रत्येक यात्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है.
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 31 मार्च को लोकसभा में कहा था कि ईवी वाहनों को संभवत: तापमान के अधिक होने से आग लग रही है. उन्होंने साथ ही सदन को बताया था कि 30 दिन के अंदर प्रत्येक घटना के लिये विस्तृत तकनीकी जांच रिपोर्ट पेश की जायेगी, जिसके बाद सरकार इस दिशा में समुचित कार्रवाई करेगी.
बता दें कि पिछले महीने पुणे में ओला इलेक्ट्रिक के एक ई-स्कूटर में आग लग गई थी, जिसके जांच के आदेश सरकार ने पहले ही दिए है. वैश्विक वाहन निर्माता अपने उन वाहनों को वापस बुला लेते हैं, जिनमें आग लगने का खतरा हो या उस बैच के वहन दोषपूर्ण हो.