Nagpur Double Decker Flyover Video: देश का पहला डबल डेकर फ्लाईओवर नागरिकों के लिए खुला, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने किया उद्घाटन
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Nagpur Double Decker Flyover Video: कई दिनों से जिसके इंतजार में नागपुर के नागरिक बैठे हुए थे,आज उनका इंतजार खत्म हुआ. कामठी रोड के डबल डेकर फ्लाईओवर आज लोगों के लिए खोल दिया गया है. शनिवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में इसका उद्घाटन किया गया. ये फ्लाईओवर कामठी रोड के ऑटोमोटिव चौक से लेकर एलआईसी चौक तक है.

इस रोड पर काफी यातायात होता है. शाम के समय तो यहां से जाने में वाहनचालकों के पसीने छुट जाते है. ये फ्लाईओवर शुरू होने के बाद अब नागरिकों को एलआईसी चौक और ऑटोमोटिव चौक पहुंचने में आसानी होगी. नीचे वाहनों के लिए फ्लाईओवर है तो वही ऊपर से मेट्रो ट्रेन चलती है. बताया जा रहा है की देश में ये पहला डबल डेकर फ्लाईओवर है. ये भी पढ़े:Nagpur: प्रदुषण को रोकने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने बढ़ाया कदम, नागपुर में शुरू किया ‘Oxygen Bird Park’

नागपुर में डबल देकर फ्लाईओवर लोगों के लिए हुआ शुरू 

इस मौके पर मौजूद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा की,' नागपुर ऑरेंज सिटी  के साथ साथ अब फ्लाईओवर सिटी भी बन गई है. उन्होंने कहा की फ्लाईओवर के शुरू होने से न केवल कामठी रोड पर लगनेवाले जान से जनता को राहत मिलेगी, बल्कि उनका समय भी बचेगा. उन्होंने कहा की जो काम एशिया में नहीं हो रहा है, वो नागपुर में किया जा रहा है.

डबल डेकर फ्लाईओवर की मुख्य विशेषताएं :

* 5.67 किमी डबल डेकर फ्लाईओवर सिंगल कॉलम घाट पर खड़ा सबसे लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर वास्तुकला का एक शानदार उदाहरण है.

* इस प्रोजेक्ट की लागत 573 करोड़ है.

* इसके साथ ही, अद्वितीय तकनीक का उपयोग करके फ्लाईओवर पर पांच मेट्रो स्टेशन गद्दीगोदाम चौक, कड़बी चौक, इंदौरा चौक, नारी रोड, ऑटोमोटिव चौक का निर्माण किया गया है.

* 5.67 किमी लंबा डबल डेकर फ्लाईओवर चार स्तरीय है.

* इस फ्लाईओवर के पहले स्तर पर एक राजमार्ग है, दूसरे स्तर पर मेट्रो चलती है और जमीनी स्तर पर एक मौजूदा राजमार्ग है.

* गद्दीगोदाम में गुरुद्वारे के पास 1650 वजन क्षमता का स्टील ब्रिज बनाया गया है. यह देश की पहली संरचना है, जिसमें चार स्तरीय परिवहन व्यवस्था है.

* फ्लाईओवर की संरचना में 'रिब एंड स्पाइन' तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.

* इस फ्लाईओवर का निर्माण बेहद जटिल और कठिन था. खासकर गद्दीगोदाम में सबवे पर लगातार ट्रैफिक के कारण भारतीय रेलवे द्वारा कुल 24 घंटे का ब्लॉक लिया गया था.

* इस फ्लाईओवर ने कामठी मार्ग पर लगने वाले भारी ट्रैफिक जाम से नागरिकों को राहत मिलेगी . चूंकि कामठी से आने-जाने वाले नागरिक इस फ्लाईओवर से सीधे यात्रा कर सकते हैं, इससे समय और ईंधन की भी बचत होगी.

* वर्धा और कामठी दोनों बहु-स्तरीय लाइनों को जोड़ते हुए, महामेट्रो ने लगभग 9 किमी लंबे डबल-डेकर फ्लाईओवर का निर्माण किया है.

गद्दीगोदाम (गुरुद्वारा) में 4 स्तरीय परिवहन प्रणाली: महा मेट्रो ने भारतीय रेलवे ट्रैक पर 80 मीटर लंबे और 1650 टन वजनी स्टील गर्डर को सफलतापूर्वक लॉन्च किया, जो नागपुर शहर के इतिहास में इतनी बड़ी परियोजना के रूप में दर्ज किया गया था. भारतीय रेल पटरियों पर 1650 टन के स्टील गर्डर की स्थापना एक अनोखा रिकॉर्ड है, देश में पहली बार किसी शहरी क्षेत्र में 1650 टन क्षमता का निर्माण किया गया.

800 टन के स्टील गर्डर को स्थापित करने के लिए 32000 ASFG (हाई स्ट्रेंथ फ्रिक्शन ग्रिप) बोल्ट का उपयोग किया गया था और पूरे ढांचे के लिए 8000 बोल्ट का उपयोग किया गया था. स्टील गार्डर की जमीन से ऊंचाई 25 मीटर है. रेलवे के इतिहास में पहली बार 22 मीटर चौड़ा स्टील गर्डर लगाया गया. देश में पहली बार 4 स्तरीय परिवहन व्यवस्था स्थापित की गई.