Savarkar's Biography Compulsory: मध्य प्रदेश सरकार ने फैसला लिया है कि अब एमपी बोर्ड के सिलेबस में विनायक दामोदर सावरकर की जीवनी पढ़ाई जाएगी. राज्य सरकार का यह फैसला विधानसभा चुनावों से ठीक पहले लिया गया है. स्कूल शिक्षामंत्री इंदर सिंह परमार ने इस फैसले की जानकारी दी.
शिक्षामंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत देश के महापुरुषों के बारे में पढ़ाने, उनके चरित्र और जीवनी को बच्चों के कोर्स में सम्मिलित करने के उद्देश्य से यह फैसला लिया गया है. इसी कड़ी में बच्चे अब वीर सावरकर की जीवनी स्कूली पाठ्यक्रम के तौर पर पढ़ेंगे. ये भी पढ़ें- UP Board Syllabus Change: यूपी बोर्ड के सिलेबस में बड़ा बदलाव, सावरकर समेत 50 महापुरुषों की जीवन शामिल, छात्रों को पढ़ना होगा अनिवार्य
शिक्षामंत्री ने कहा 'कांग्रेस ने महाराणा प्रताप, शिवाजी, विक्रमादित्य सबका अपमान किया है. भारतीय जनता पार्टी आजादी के आंदोलन में शामिल क्रांतिकारियों जैसे सुखदेव, राजगुरु, भगत सिंह सब के बारे में सही इतिहास बताएगी. कांग्रेस बताए एक लुटेरा अकबर महान था या महाराणा प्रताप.'
VIDEO | “Since Independence, Congress has removed various revolutionaries from the books of history. But under our new education policy in Madhya Pradesh, we have decided to teach people about various other revolutionaries, including Veer Savarkar,” says MP School Education… pic.twitter.com/EUHIh5cHqO
— Press Trust of India (@PTI_News) June 29, 2023
सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने कहा, 'बीजेपी के पास कुछ बचा नहीं है इसलिए यह मुद्दा लेकर आई है. किसानों और युवाओं के साथ छल किया, लाड़ली बहना योजना फ्लॉप हो गई, इसीलिए अब सावरकर की बात कर रह हैं. '
इसके पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी बोर्ड के सिलेबस में बड़ा बदलाव किया. सरकार ने यूपी बोर्ड के सिलेबस में विनायक दामोदर सावरकर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय, महावीर जैन, भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय, अरविंद घोष, राजा राममोहन राय समेत 50 महापुरुषों की जीवन गाथा शामिल किया है.