Chitrakoot: यूपी के चित्रकूट जिले में आदिवासी बाहुल्य गांव रम्पूरिया (मानिकपुर) स्थित सरकारी स्कूल की हालत बेहद खराब है. दरअसल, यहां प्राथमिक विद्यालय सुविधाओं के आभाव के कारण खुले आसमान के नीचे चल रहा है. स्थानीय पत्रकार अनुज हनुमत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर करते हुए बताया है कि गांव में सरकार स्कूल में छत नहीं है, जिससे बच्चों को पढ़ाई करने के लिए छांव तक नहीं मिलती. वीडियो में देखा जा सकता है कि ठंड के मौसम में बच्चे बिना स्कूली इमारत के खुले में पढ़ने को मजबूर हैं. हालांकि, विद्यालय का स्टाफ लगातार मेहनत करके बच्चों को पढ़ा रहा है.
पत्रकार का कहना है कि यह सरकारी विद्यालय बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का शिकार बन चुका है, जहां बच्चों के लिए न तो सही इमारत है और न ही बुनियादी सुविधाएं.
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आजादी के 77 साल बाद भी सरकारी स्कूल को नहीं मिल रही छत
संविधान की चिंता करने वाला विपक्ष कहां है ? आरक्षण का रक्षक कहलाने वाला सत्ता पक्ष कहां है ? चित्रकूट के आदिवासी बाहुल्य गांव रम्पूरिया (मानिकपुर) के प्राथमिक विद्यालय का सच
खुले आसमान में चल रहा सरकारी विद्यालय ! @thisissanjubjp @PMOIndia @UPGovt @Interceptors pic.twitter.com/ywWUqJqH9k
— Anuj Hanumat । अनुज हनुमत (@anuj_hanumat) November 22, 2024
कहां है सत्ता पक्ष और विपक्ष?
इस स्कूल की हालात को देखकर यह सवाल उठता है कि संविधान की बात करने वाला विपक्ष और आरक्षण का रक्षक बनने वाला सत्ता पक्ष आखिर कहां है? शिक्षा के अधिकार को लेकर यह स्थिति बेहद चिंताजनक है और इसे सुधारने की सख्त जरूरत है.