नई दिल्ली: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन बोर्ड (सीबीएसई) दसवीं और बारहवीं के एग्जाम पैटर्न में बड़ा बदलाव करने जा रहा है. मिल रही जानकारी के मुताबिक यह बदलाव मुख्यतः 2019-20 से होनेवाले प्रश्नपत्र में किया जाएगा. इसके लिए सीबीएसई तैयारियों में जुट गई है. इसके अलावा वोकेशनल सब्जेक्ट से जुड़ी कई प्रकियाओं पर सीबीएसई बड़ा फैसला ले सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीबीएसई का मेन फोकस शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है. इसके लिए सीबीएसई शुरुआती स्तर से प्लानिंग कर रहा है. जिससे छात्र विषयों को रटने की बजाय अच्छे से समझे. सीबीएसई के अधिकारियों ने कहा कि नया एग्जाम पैटर्न छात्रों की विश्लेषणात्मक क्षमता को टेस्ट करेगा और छात्रों की सोचने की क्षमता बढ़ाएगा.
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सीबीएसई बदले हुए प्रश्नपत्र में हल करनेवाले सवाल को ज्यादा तवज्जो देगा. इस वजह से 1 से 5 मार्क्स के छोटे प्रश्न ज़्यादा पूछे जाएंगे. सीबीएसई ने नए बदलाव के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय को गाइडलाइन्स सौंप दी हैं. इसके अलावा बोर्ड स्कूलों में बुनियादी ढांचे की जिम्मेदारी मान्यता प्राप्त राज्य स्तर के अधिकारियों को देगा.
वहीं सीबीएसई वोकेशनल विषयों पर भी बड़े बदलाव करनेवाला है. इसके मुताबिक वोकेशनल विषयों के परीक्षा के समय में बदलाव किए जाएंगे जिससे अगले सत्र से परीक्षा फरवरी में आयोजित की जाएगी, जबकि मुख्य विषयों की परीक्षा मार्च में खत्म होगी. जिससे पेपर को चेक करने के लिए शिक्षकों को अधिक समय मिलेगा और परीक्षा के परिणाम समय पर जारी किए जा सकेंगे.