कोच्चि, 10 अप्रैल : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की बेटी वीणा विजयन की आईटी कंपनी और कोचीन स्थित खनन फर्म सीएमआरएल से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में खनन कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी को गुरुवार को यहां उसके कार्यालय में पेश होने के लिए कहा है. एजेंसी ने पिछले महीने मामले की जांच शुरू की थी.
माना जाता है कि ईडी ने कंपनी को यह भी सूचित किया है कि आने वाले दिनों में कुछ अन्य अधिकारियों को भी पेश होना होगा. गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय (एसएफआईओ) पहले ही इस मामले की छानबीन कर रहा है. पिछले महीने ईडी के कोच्चि कार्यालय ने मामले में ईसीआईआर दर्ज की थी. ईसीआईआर संज्ञेय अपराधों के लिए पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के समान है. यह भी पढ़ें : Ghazipur Lok Sabha Seat: मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल को चुनौती देंगे पारस नाथ, बीजेपी ने गाजीपुर लोकसभा सीट से दिया टिकट
इस मुद्दे को सबसे पहले पिछले साल कांग्रेस विधायक मैथ्यू कुझालनदान ने एक मीडिया रिपोर्ट के आधार पर उठाया था, जिसमें आयकर विभाग के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया था कि "मुख्यमंत्री विजयन की बेटी वीणा विजयन की आईटी फर्म एक्सालॉजिक को केरल राज्य औद्योगिक विकास निगम (केएसआईडीसी) की लगभग 13 प्रतिशत हिस्सेदारी वाली खनन कंपनी सीएमआरएल से 1.72 करोड़ रुपये मिले थे".
जब एसएफआईओ ने अपनी जांच शुरू की, तो केएसआईडीसी ने केरल उच्च न्यायालय से रोक लगाने की मांग की, जिसे अस्वीकार कर दिया गया. वीणा, जिसकी आईटी कंपनी बेंगलुरु में स्थित थी और अब परिचालन में नहीं है, ने कर्नाटक उच्च न्यायालय से जांच पर रोक लगाने की मांग की, लेकिन उसे अनुमति नहीं दी गई. विजयन और माकपा, शुरू में सभी आरोपों को निराधार बताने के बाद अब इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं.