Dhanteras 2024: धनतेरस के मौके पर 50 हजार करोड़ रुपये के खुदरा व्यापार का अनुमान; कैट
धनतेरस के मौके पर बाजारों में खरीदारी के साथ रौनक लौट आई है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार, इस मौके पर देश भर में लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के रिटेल व्यापार का अनुमान है.
नई दिल्ली, 29 अक्टूबर : धनतेरस के मौके पर बाजारों में खरीदारी के साथ रौनक लौट आई है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार, इस मौके पर देश भर में लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के रिटेल व्यापार का अनुमान है. कैट के जनरल सेक्रेटरी और चांदनी चौक के सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि इस दीपावली पर 'वोकल फॉर लोकल' का दर्शन पूरी तरह बाजारों में दिख रहा है क्योंकि लगभग सारी खरीदारी भारतीय सामानों की ही हो रही है. एक अनुमान के अनुसार दीपावली से जुड़े चीनी सामानों की बिक्री अब न होने से चीन को लगभग 1 लाख 25 हजार करोड़ रुपये के व्यापार की चपत लगी है. कैट ने देश भर के व्यापारिक संगठनों से आग्रह किया है कि वे अपने क्षेत्र की जो महिलाएं, कुम्हार, कारीगर सहित अन्य लोग जो दीपावली से संबंधित सामान बना रहे हैं, उनकी बिक्री में वृद्धि करने में सहायता करें.
सांसद खंडेलवाल ने कहा, "धनतेरस के दिन नई वस्तु खरीदना शुभ माना जाता है. इस दिन खासतौर पर सोने-चांदी के आभूषण तथा अन्य वस्तुएं, सभी प्रकार के बर्तन, रसोई का सामान, वाहन, कपड़े एवं रेडीमेड गारमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स, बिजली का सामान एवं उपकरण, व्यापार करने के उपकरण जैसे कंप्यूटर एवं कंप्यूटर से जुड़े उपकरण, मोबाइल, बही खाते, फर्नीचर आदि विशेष रूप से खरीदे जाते हैं." यह भी पढ़ें : ‘ग्रासरूट’ परीक्षण के दौरान अत्याधुनिक मस्तिष्क स्टेंट से खून के थक्कों का सफल इलाज
ज्वेलरी सेक्टर के कैट के संगठन ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन (एआईजेजीएफ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज अरोरा ने बताया कि धनतेरस पर पूरे देश में सोने और चांदी की जबरदस्त बिक्री हुई है. धनतेरस पर देश भर में लगभग 20 हजार करोड़ का सोना और लगभग 2,500 करोड़ की चांदी खरीदी गई.
उन्होंने कहा कि इस वर्ष धनतेरस पर सोने और चांदी की बिक्री में वृद्धि हुई है. देश में लगभग चार लाख छोटे और बड़े ज्वेलर्स काम करते हैं. भारतीय मानक ब्यूरो में 2 लाख ज्वेलर्स पंजीकृत हैं, जिन्होंने आज लगभग 25 टन सोने की बिक्री की, जिसका मूल्य 20 हजार करोड़ रुपये तथा इसी तरह देश भर में 250 टन चांदी बिकी, जिसकी कीमत लगभग 2,500 करोड़ रुपये है. पिछले वर्ष सोने का भाव 60 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो अब 80 हजार से अधिक है, और चांदी का भाव पिछले वर्ष 70 हजार था, जो अब 1 लाख पहुंच गया है. इसलिए, वजन में बिक्री कम होने के बावजूद भी मुद्रा के रूप में बिक्री बढ़ी है.
इसके अलावा पुराने चांदी के सिक्के की भी जबरदस्त मांग रही जो लगभग पूरे देश में 1,200 से 1,300 प्रति नग बिका. इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अनुसार, 24 कैरेट सोने का भाव 7,885 रुपये प्रति 10 ग्राम बना हुआ है.