नई दिल्ली, 4 अक्टूबर: राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता (Air Quality) रविवार सुबह 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज की गई, लेकिन तापमान घटने तथा हवा की धीमी गति के कारण सोमवार को इसके 'खराब' श्रेणी में पहुंचने की आशंका है. शहर में रविवार सुबह 10:30 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) 174 दर्ज किया जो 'मध्यम' श्रेणी में आता है. शनिवार को, 24 घंटे का औसत एक्यूआई 189 था. उल्लेखनीय है कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच 'मध्यम', 201 से 300 के बीच 'खराब', 301 से 400 के बीच 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है.
वायु गुणवता एवं मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसांधान प्रणाली (सफर) ने कहा, "जैसा कि अनुमान है, पीएम 2.5 का स्तर बढ़ रहा है, यह सर्दियों में बढ़ता है. हवा की गुणवत्ता के सोमवार को खराब होने की आशंका है." पीएम 2.5, 2.5 माइक्रोन से कम व्यास वाले सूक्ष्म अभिकण होते हैं. यह फेफड़ों में और यहां तक कि रक्तप्रवाह में भी प्रवेश कर सकते हैं. सफर ने कहा कि पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के पड़ोसी सीमावर्ती क्षेत्रों में खेतों में पराली जलाने की घटना में वृद्धि देखी गई और आने वाले दिनों में दिल्ली पर इसका असर पड़ने की आशंका है.
विश्वविद्यालय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, नासा के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक पवन गुप्ता ने कहा कि पंजाब के और जिलों में पराली जलाने की घटनाएं देखी गईं. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी ऐसी घटनाएं दिखने लगी हैं. इसके अलावा, दिल्ली में दर्ज न्यूनतम तापमान में भी गिरावट देखी गई है. रविवार को यह सामान्य से तीन डिग्री कम 18.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. बुधवार तक न्यूनतम तापमान के 18 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है. कम तापमान और हवा स्थिर होने से प्रदूषक तत्त्वों का संचय होता है, जो वायु गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं.
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