नई दिल्ली, 11 जुलाई : उत्तर पश्चिमी दिल्ली में हत्या-सह-दंगा मामले में दो आरोपियों को अपराध करने के दो साल बाद गिरफ्तार किया गया है. एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी. आरोपी की पहचान राहुल और रोहित के रूप में हुई है, दोनों सवाड़ा कॉलोनी के निवासी हैं. दोनों एक हत्या और दंगा मामले में शामिल थे, जो 2020 में दर्ज किया गया था. विवरण साझा करते हुए, पुलिस उपायुक्त (अपराध शाखा) राजेश देव ने कहा कि रेहान के बयान के आधार पर सितंबर 2020 में कंझावला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था, जिसने कहा था कि उसका दोस्त सैदर उसी इलाके में रहने वाली एक लड़की से प्यार करता था, लेकिन वह अंकित नाम के दूसरे लड़के से प्यार करती थी.
शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि जब सैदर ने अपने और अंकित में से किसी एक को चुनने के लिए कहा, तो लड़की ने सैदर को चुना. डीसीपी ने कहा, "22 सितंबर, 2020 को अंकित सह-आरोपी हरीश बाबू, अजय चंद गुप्ता, विकास, रोहन, हिमांशु, मनीष, सुनील और राहुल के साथ लाठी, तलवार, ईंट-पत्थर से लैस सैदर की तलाश में गए. इन लोगों ने सैदर और रेहान को पकड़ लिया और उन्हें पीटना शुरू कर दिया." अधिकारी ने बताया कि तीसरे व्यक्ति शौकत ने भी हस्तक्षेप करने की कोशिश की और उसे भी पीटा गया और बाद में उसने दम तोड़ दिया. यह भी पढ़ें : UP: अस्थाई बिजली कनेक्शन धांधली मामले में तीन अधिकारी बर्खास्त
इस संबंध में दंगा-सह-हत्या का मामला दर्ज किया गया था. मामले की जांच के दौरान आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन राहुल और रोहित पिछले दो साल से गिरफ्तारी से बच रहे थे. सितंबर 2021 में, आरोपी जोड़ी को एक स्थानीय अदालत ने भगोड़ा घोषित किया था. पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी उत्तर प्रदेश और पंजाब में छिपे हुए हैं, जहां वे बार-बार अपना ठिकाना बदलते रहते हैं. 7 जुलाई को पुलिस को कंझावला इलाके में आरोपी दोनों की मौजूदगी की सूचना मिली थी. इसके बाद पुलिस ने उस निर्दिष्ट स्थान पर छापा मारा जहां से दोनों को पकड़ा गया था.