दिल्ली: क्राइम ब्रांच ने तबलीगी जमात मामलें में 541 विदेशी नागरिकों के खिलाफ दाखिल की 12 चार्जशीट

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने निजामुद्दीन मरकज से जुड़ी तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) मामले में गुरुवार 536 विदेशी नागरिकों (Foreign Nationals) के खिलाफ साकेत कोर्ट में 12 चार्जशीट दाखिल कर दी. 536 विदेशी नागरिकों में तीन अलग-अलग देश के नागिरक शामिल हैं. इन पर आरोप है कि ये सभी दिल्ली के मरकज तबलीगी पहुंचे थे. जिसके बाद में इनके चलते देश में कोरोना जैसी महामारी फैलाने का काम किया. इसके अलावा इन पर वीजा नियमों और महामारी संबंधी कानून के तहत सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है. वहीं इससे पहले गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 34 देशों के 376 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 35 अलग-अलग आरोप पत्र दायर कर दिया गया है.

तबलीगी जमात/ फाइल फोटो (Photo Credits: PTI)

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने निजामुद्दीन मरकज से जुड़ी तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) मामले में गुरुवार 541 विदेशी नागरिकों (Foreign Nationals) के खिलाफ साकेत कोर्ट में 12 चार्जशीट दाखिल कर दी. 541 विदेशी नागरिकों में तीन अलग-अलग देश के नागिरक शामिल हैं. वहीं साकेत कोर्ट ने तबलीगी जमात से जुड़े मामलों पर 25 जून को सुनवाई करेगी. बता दें कि इन पर आरोप है कि ये सभी दिल्ली के मरकज तबलीगी पहुंचे थे. जिसके बाद में इनके चलते देश में कोरोना जैसी महामारी फैलाने का काम किया.

इसके अलावा इन पर वीजा नियमों और महामारी संबंधी कानून के तहत सरकारी दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है. वहीं इससे पहले गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में 34 देशों के 376 विदेशी नागरिकों के खिलाफ 35 अलग-अलग आरोप पत्र दायर कर दिया गया है.

बता दें कि दिल्ली पुलिस ने बीते 2-3 दिन में अब तक 47 चार्जशीट अदालत में पेश कर चुकी है. इन 47 चार्जशीट में 35 देश के 910 विदेशियों को आरोपी बनाया जा चुका है. भले ही दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम लगातार चार्जशीट दाखिल कर रही हो लेकिन सच यह भी है कि दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच दो महीने बाद भी निजामुद्दीन मरकज तबलीगी कांड के मुख्य आरोपी मौलाना मो. साद पर हाथ नहीं डाल पाई है.

ANI का ट्वीट:-

गौरतलब हो कि राष्ट्रीय राजधानी के निजामुद्दीन इलाके में मार्च में तबलीगी जमात ने एक बड़े धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो बाद में देश में कोरोना वायरस का एक केंद्र बनकर सामने आया. इसमें भाग लेने वाले कुछ लोग बाद में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए और उन्होंने देश के विभिन्न हिस्सों में अपने गृह नगरों की यात्रा की थी. केंद्र और राज्य सरकारों के उनकी पहचान के लिए बड़ा अभियान चलाने के बाद देश में 25,500 से ज्यादा तबलीगी सदस्यों और उनके संपर्क में आए लोगों को आइसोलेट किया. ( भाषा इनपुट)

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