नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के निजामुद्दीन (Nizammudin area) स्थित तब्लीगी जमात के मरकज (Markaz) में शामिल होने आए लोगों को अस्पतालों और क्वारंटीन सेंटर के लिए स्थानांतरित किया जा रहा है. खबर के अनुसार 1033 लोगों को स्थानांतरित किया जा चुका है. जिनमें से 334 लोगों को अस्पताल और 700 के करीब लोगों को क्वारंटीन सेंटर भेजा गया है. जानकारी के मुताबिक, तब्लीगी जमात मरकज से जुड़े 24 लोग कोरोना पॉजिटिव निकले हैं.
इसके अलावा दिल्ली के दो अलग-अलग अस्पतालों में 228 संदिग्ध मरीजों को भी भर्ती कराया गया है. जिनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है. बता दें कि इस मरकज मस्जिद में मार्च के मध्य में एक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था और यह देश में कोरोना वायरस प्रसार का एक प्रमुख स्रोत बन गया है. यह जानकारी अधिकारियों ने दी. यहां मिले लोगों में से अधिकतर को विभिन्न पृथक केंद्रों और अस्पतालों के पृथक वार्ड में भेज दिया गया है.
अधिकारियों के अनुसार 16 देशों के इन विदेशियों सहित कुल 1,830 लोग 24 मार्च को 21 दिवसीय लॉकडाउन लागू होने के बाद भी तब्लीगी जमात के मरकज में बने रहे.
इन विदेशियों में इंडोनेशिया (72), श्रीलंका (34), म्यांमार (33), किर्गिस्तान (28), मलेशिया (20), नेपाल (9), बांग्लादेश (9), थाईलैंड (7), फिजी (4), इंग्लैंड (3), अफगानिस्तान, अल्जीरिया, जिबूती, सिंगापुर, फ्रांस और कुवैत का एक..एक नागरिक शामिल हैं.
बाकी 1,549 लोगों में से तमिलनाडु (501), असम (216), उत्तर प्रदेश (156), महाराष्ट्र (109), मध्य प्रदेश (107), बिहार (86), पश्चिम बंगाल (73), तेलंगाना (55), झारखंड (46), कर्नाटक (45), उत्तराखंड (34), हरियाणा (22), अंडमान निकोबार द्वीप समूह (21), राजस्थान (19), हिमाचल प्रदेश, केरल और ओडिशा से 15..15, पंजाब (9) और मेघालय (5) के निवासी शामिल हैं.
Delhi: People from Markaz building, Nizamuddin continue to be shifted to hospitals&quarantine centers.
Around 1034 people shifted till now-334 to hospitals&700 to quarantine centers. 24 people, who had gathered here, have tested positive for #COVID19 so far. pic.twitter.com/9ZGm03a1ws
— ANI (@ANI) March 31, 2020
पिछले एक महीने के दौरान विदेशियों सहित कम से कम 8,000 लोगों ने परिसर का दौरा किया है और उनमें से ज्यादातर या तो अपने संबंधित स्थानों पर लौट गए हैं या वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों स्थित अन्य मरकजों में हैं. इस तरह से इसका उन राज्यों में कुछ पॉजिटिव मामलों से संबंध है.
(भाषा इनपुट के साथ)