नई दिल्ली, 22 सितंबर. जामिया मिल्लिया इस्लामिया में मंगलवार से मानविकी और भाषा संकाय और सामाजिक विज्ञान फैकल्टियों के पीजी व यूजी पाठ्यक्रम की वार्षिक परीक्षाएं (प्राइवेट)-2020, विश्वविद्यालय परिसर में शुरू हुई. 25 अक्टूबर तक चलने वाली इन परीक्षाओं में तकरीबन 8 हजार छात्र शामिल होंगे. जामिया उन छात्रों (खासकर लड़कियों) के लिए प्राइवेट मोड की सुविधा मुहैया कराता है जो कई वजहों से नियमित मोड में दाखिला नहीं ले पाते हैं. तकरीबन 3000 परीक्षार्थियों में से लगभग 85 प्रतिशत ने मंगलवार को दो पालियों में परीक्षाएं दीं.
विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी, मानविकी और भाषा, प्राकृतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान और विश्वविद्यालय पॉलिटेक्निक की फैकल्टी इमारतों में 5 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षाएं आयोजित की गई थी। इन फैकल्टियों के डीन अपनी अपनी फैकल्टी के परीक्षा केंद्र के अधीक्षक थे. पीजी और यूजी (प्राइवेट) परीक्षा-2020 के प्रभारी प्रो. इक्तेदार एम. खान ने बताया कि एनटीए द्वारा एनईईटी और जेईई परीक्षाओं के दौरान अपनाए गए सभी कोविड-19 प्रोटोकॉल का, इन परीक्षाओं में भी पूरी तरह पालन किया गया. उन्होंने बताया कि परीक्षा से एक दिन पहले सभी 5 परीक्षा केंद्रों को सैनिटाइज किया गया। उम्मीदवारों को अपनी खुद की पानी की बोतल और पॉकेट साइज हैंड सैनिटाइजर लाने के लिए कहा गया था. यह भी पढ़ें-दिल्ली दंगा: JNU का स्कॉलर शर्जील इमाम राज्य में हुए दंगों के सिलसिले में गिरफ्तार, गैरकानूनी गतिविधियों के तहत मामला दर्ज
सभी परीक्षार्थियों को सोशल डिस्टेंसिंग नॉर्म्स का पालन करते हुए परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करने की अनुमति दी गई थी, जिसमें उचित फेस मास्क और तापमान की जांच की गई थी। कोई भी छात्र 99.4 डिग्री फारेनहाइट तापमान से अधिक नहीं पाया गया। 99.4 डिग्री से अधिक फारेनहाइट तापमान वाले छात्र के लिए अलग कमरे की भी व्यवस्था की गई थी। परीक्षा हॉल के अंदर बैठने की व्यवस्था भी सोशल डिस्टेंसिंग नॉर्म्स का पालन करते हुए की गई थी. विश्वविद्यालय और परीक्षा केंद्रों के मुख्यद्वार पर परीक्षार्थियों के स्वागत के बैनर लगाए गए थे। परीक्षा पूरी होने पर परीक्षार्थियों को क्रमबद्ध तरीके से बाहर जाने की अनुमति दी गई थी.