Delhi Budget: दिल्ली के बजट को लेकर दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार आमने सामने आ गई हैं. दिल्ली का बजट मंगलवार यानी आज पेश होना था, लेकिन इस पर केंद्र सरकार ने रोक लग गई. इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को चिट्ठी लिखकर कहा है कि यह बजट मत रोकिए. अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी में लिखा कि दिल्ली वाले आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहे हैं कि हमारा बजट पास कर दीजिए. केजरीवाल ने लिखा, 'आप हम दिल्ली वालों से क्यों नाराज हैं? देश के 75 साल के इतिहास में पहली बार किसी राज्य का बजट रोका गया हैं.' Delhi: MSP की मांग को लेकर 20 दिन बाद किसान करेंगे बड़ा आन्दोलन.
दिल्ली के बजट को लेकर बवाल जारी है. आम आदमी पार्टी का दावा है कि गृह मंत्रालय ने बजट पेश करने पर रोक लगाई है. वहीं गृह मंत्रालय ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि बजट पर दिल्ली सरकार से सफाई मांगी गई है. गृह मंत्रालय का कहना है कि बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर से रकम ज्यादा विज्ञापन के लिए आवंटित की गई है. इसपर दिल्ली सरकार ने कहा कि इस साल के बजट में विज्ञापन पर खर्च नहीं बढ़ाया गया है.
गृह मंत्रालय ने बताया कि दिल्ली सरकार का बजट रोका नहीं है, बल्कि दिल्ली सरकार से कुछ स्पष्टीकरण मांगा है. सूत्रों का कहना है कि दिल्ली सरकार के बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर से ज्यादा विज्ञापन पर खर्च का प्रावधान किया गया है. इसीलिए दिल्ली सरकार से स्पष्टीकरण मांगा गया है, जिसका दिल्ली सरकार ने अभी तक जवाब नहीं दिया है.
आरोप है कि केजरीवाल सरकार दो साल में प्रचार प्रसार पर खर्च को दो गुना कर चुकी है, इस पर एलजी ने स्पष्टीकरण मांगा है. गृह मंत्रालय ने दिल्ली सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है क्योंकि इसका बजट आवंटन बुनियादी ढांचा क्षेत्र के बजाय विज्ञापन पर केंद्रित था.
आरोपों पर केजरीवाल सरकार का कहना है कि गृह मंत्रालय झूठ बोल रहा है. दिल्ली का कुल बजट 78,800 करोड़ रुपये है. इसमें से 22,000 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे के लिए हैं, जबकि केवल 550 करोड़ रुपये विज्ञापन पर खर्च किए जाएंगे. पिछले साल भी विज्ञापन के लिए बजट इतना ही था. दिल्ली के वित्त मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, विज्ञापन बजट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है.