दिल्ली पुलिस (Delhi Police) के 3 पुलिसकर्मियों को झूठ बोलना भरी पड़ गया, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने तीनों को 29 अप्रैल को एक दिन के लिए इसलिए सस्पेंड कर दिया. दरअसल, राजधानी दिल्ली के शास्त्री पार्क मेट्रो स्टेशन पर इन तीनों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई गई थी. तीनों ने बताया था कि थाने के एक सब इंस्पेक्टर के साथ वे ड्यूटी कर चुके हैं, जिनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई थी. तीनों पुलिसकर्मियों ने यह बहाना इसलिए बनाया, ताकि उन्हें 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन कर दिया जाए और इस तरह उन्हें ड्यूटी करने से छुट्टी मिल जाए. लेकिन, जब इनका रिकॉर्ड चेक किया गया तो इन तीनों की झूठ सामने आ गया. जिसके बाद इन्हें सस्पेंड कर दिया गया.
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने तीनों का रिकॉर्ड चेक किया तो खुलासा हुआ कि तीनों पुलिसकर्मियों की ड्यूटी एसआई के साथ कोरोना संक्रमण के दौर में कभी भी लगाई ही नहीं गई थी और न ही इस बीच ये तीनों पुलिसकर्मी कभी एसआई के सम्पर्क में आए. इसके बाद इन तीनों सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया. तीनों सिपाही झूठ बोलकर ड्यूटी से बचना चाहते थे. तीनों पुलिसकर्मी ने अब ड्यूटी ज्वाइन कर ली है. यह भी पढ़ें- कोरोना का कहर: देश में पिछले 24 घंटे के भीतर कोविड-19 के 1993 नए मामले आए सामने, संक्रमितों की संख्या 35 हजार के पार, अब तक 1147 लोगों की मौत.
3 पुलिसकर्मी 1 दिन के लिए सस्पेंड-
3 policemen were suspended on 29 April for 1 day for lying to seniors that they came in contact with police personnel who tested positive for #COVID19&so,they must be sent for home-quarantine. They were deployed at Shastri Park metro station. They've joined duty now: Delhi Police pic.twitter.com/2QHLHT71YD
— ANI (@ANI) May 1, 2020
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा होना जारी है. गुरूवार को दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 76 नए मामले सामने आए है. इस वजह से दिल्ली में कोरोना के कुल मामले 3500 के पार पहुंच गए हैं. आंकड़ों में कहा गया कि गुरुवार को 76 नए मामले सामने आए, जबकि तीन लोगों ने वायरस से संक्रमित होने के कारण दम तोड़ दिया. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना से अबतक 1094 मरीज ठीक भी हो चुके हैं.
इस बीच दिल्ली सरकार ने हॉटस्पॉट या कंटेनमेंट जोन में सख्ती बढ़ा दी है. दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर कहा, 'किसी भी इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के 14 दिन में कम से कम 3 बार वहां रह रहे सभी लोगों की स्क्रीनिंग की जाए. अगर अभी तक किसी कंटेनमेंट जोन में स्क्रीनिंग नहीं हुई है तो अगले 3 दिन के अंदर पहली स्क्रीनिंग की जाए.' इसके बाद प्रोटोकॉल के हिसाब से कोरोना टेस्ट किए जाएं.'
हालांकि इस दौरान एक अच्छी खबर यह है कि, दिल्ली में कोरोना कनटेंमेंट जोन (Containment Zone) की संख्या घट रही है. दिल्ली सरकार ने ऑपरेशन शील्ड की सफलता के बाद वर्धमान अपार्टमेंट को कंटेनमेंट जोन से बाहर कर दिया है. इस अपार्टमेंट को 2 अप्रैल को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था और पिछले 4 सप्ताह में एक भी करोना का नया केस सामने नहीं आया है. जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर यह जानकारी दी, उन्होंने लिखा- स्थानीय निवासियों के सहयोग की वजह से ऑपरेशन शील्ड सफल हुआ है. COVID-19 के संक्रमण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने दिल्ली के मयूर विहार फेस वन स्थित वर्धमान अपार्टमेंट को कंटेनमेंट जोन घोषित किया और वहां पर ऑपरेशन शील्ड लागू किया. पिछले 4 हफ्तों में क्षेत्र से कोरोना के एक भी केस ना आने की सूचना मिली और इसीलिए क्षेत्र को डी कंटेनर करने के लिए हमने फैसला लिया है.