नागपुर, 29 जुलाई : महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार (Ajit Pawar) ने गुरुवार को राज्य के बारिश प्रभावित जिलों में 'गीला सूखा (वेट ड्राउट)' घोषित करने की मांग की. राकांपा नेता, जो विदर्भ के दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में बाढ़ प्रभावित जिलों का दौरा कर रहे हैं, ने यह भी मांग की कि जिन किसानों की फसल राज्य के विभिन्न जिलों में भारी बारिश से क्षतिग्रस्त हो गई है - विशेष रूप से गढ़चिरौली और चंद्रपुर - को राहत के रूप में प्रति हेक्टेयर 75,000 रुपये का भुगतान किया जाए.
पूर्वी विदर्भ के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और मराठवाड़ा के कुछ इलाकों का आकलन करने के लिए पवार चार दिवसीय विदर्भ और मराठवाड़ा दौरे पर हैं. किसानों, स्थानीय नेताओं और ग्रामीणों के साथ बातचीत का हवाला देते हुए पवार ने कहा कि लगातार बारिश से अकेले गढ़चिरौली में लगभग 25,000 हेक्टेयर में फसलों को नुकसान पहुंचा है. उन्होंने कहा, "गढ़चिरौली में मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार को बाढ़ प्रभावित लोगों और जिले के किसानों को तत्काल सहायता प्रदान करनी चाहिए." यह भी पढ़ें : तुलसीदास की जन्मस्थली पर मुख्यमंत्री योगी के ट्वीट पर कासगंज वासियों ने दी विरोध की धमकी
पवार ने कहा, "बाढ़ के कारण जिले में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है.. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इसे महत्व देना चाहिए और तुरंत सूखे की घोषणा करनी चाहिए." शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, "बाढ़ प्रभावित गढ़चिरौली के लिए कोई राहत उपाय नहीं किए गए क्योंकि नई सरकार ने अभी तक अभिभावक मंत्री की नियुक्ति नहीं की है."