Deadly Weapons of Indian Army: दुश्मन सेना पर खौफ जमा कर नींदे उड़ा देने वाले ये भारतीय 'ब्रह्मास्त्र', पाक और चीन भी इनसे है कांपते

विश्व की चार महाशक्तियों में शुमार भारत अकेला ऐसा देश है, जिसने कभी किसी देश पर अकारण हमले की पहल नहीं की. वह आदिकाल से शांति-दूत का प्रतीक ही बनकर रहा है, लेकिन आंख दिखाने वाले दुश्मनों को सबक सिखाने में कभी पीछे नहीं रहा.

भारतीय सेना (Photo Credits: PTI)

Indian Army Weapons: आज दुनिया का कोई भी देश भारत से ना वॉर चाहता है ना रार! गत दिनों पड़ोसी देश चीन ने जिस गुरूर के साथ भारतीय सीमा पर लाव-लश्कर का जमावड़ा कर भारत पर धौंस जमाने की कोशिश की, भारतीय जवानों के हौसले और सैन्य शक्ति देख उसे उल्टे पांव लौटना पड़ा. वह समझ गया कि 1962 के भारत और 2020 के भारत में जमीन-आसमान का फर्क है. इससे पूर्व पुलवामा में पाकिस्तान के कायराना हरकतों के जवाब में भारत के मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान की सरहद में घुसकर जैश-ए-मोहम्मद के तमाम आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर सुरक्षित वापस आया था, और पाकिस्तान महज मूक दर्शक बनकर देखता रह गया. मिराज-2000 विमानों ने तो कारगिल युद्ध में भी अपनी जांबाजी दिखाते हुए पाकिस्तानी गुरुर और उसकी सैन्य शक्ति को तबाह कर चुका था. आज भारतीय सेना के अभेद सैन्य शक्ति में मिराज-2000 के अलावा भी बहुत से अत्याधुनिक तकनीक वाले लड़ाकू विमान, विध्वंशक तोपे, अभेद्द टैंक्स, मिसाइलें, युद्धपोत, युद्ध हेलीकॉप्टर और अत्याधुनिक घातक हथियार जमा हैं, जिनकी वजह से दुनिया भारत को चौथी महाशक्ति मानती हैं.

यहां हम जानेंगे भारतीय सेना के तीनों अंगों के पास मौजूद उन ढालों को जो भारतीय सीमाओं को सुरक्षित रखने का सामर्थ्य रखते हैं. विश्व की चार महाशक्तियों में शुमार भारत अकेला ऐसा देश है, जिसने कभी किसी देश पर अकारण हमले की पहल नहीं की. वह आदिकाल से शांति-दूत का प्रतीक ही बनकर रहा है, लेकिन आंख दिखाने वाले दुश्मनों को सबक सिखाने में कभी पीछे नहीं रहा. एक नजर भारतीय सेना के उन तमाम ब्रहास्त्रों एवं उनकी क्षमताओं पर जिससे दुश्मन देश खौफ खाते हैं.

T-90 (Bhishma)

टी-90 भीष्म भारतीय सेना का मुख्य युद्धक टैंक है. यह दुश्मन देश पर घात लगाकर जमीन और हवा में निशाना लगा सकता है. 1992 में रूस निर्मित इस टैंक की अधिकतम गति 60 किमी प्रति घंटा बताई जाती है.

Arjun Mk1

अर्जुन एमके-1 भारतीय थल सेना की तीसरी पीढ़ी का मुख्य युद्धक टैंक है. इसे डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) ने विकसित किया है. इसकी अधिकतम गति 45 किमी प्रति घंटा बताई जाती है. इसके अलावा DRDO ने इजराइल की रक्षा कंपनियों के साथ मिलकर Arjun Mk2 तैयार किया है.

 K9 Vajra

के- 9 वज्र का निर्माण केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना स्वदेश निर्मित ‘Make in India’ कार्यक्रम के तहत किया गया है. इसका निर्माण भारतीय कंपनी लार्सन एंड ट्युब्रो (L&T) ने किया है. K9 Vajra वस्तुतः सेल्फ-प्रोपेल्ड गन है.

 Surface Mine Clearing System

यह लाइट-वेट सिस्टम माइन्स, आईईडी और यूएक्सओ जैसे विस्फोटकों की पहचान करने में सक्षम है.

Akash Weapon System

आकाश मिसाइल जमीन से हवा में वार करने वाली मिडिल रेंज की अचूक मिसाइल है. यह मिसाइल किसी एयरक्राफ्ट पर 30 किमी दूर से निशाना साधकर लक्ष्य को बर्बाद करने में सक्षम है.

SU-30 MKI

यह दो सीटर और डबल इंजन वाला मल्टीरोल युद्धक विमान है. इसे रूस के सुखोई डिजाइन ब्यूरो और भारत के हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के सहयोग से बनाया गया है. यह 1X 30mm GSH गन और 8000 kg एक्सटर्नल आर्मामेंट ले जाने की क्षमता रखता है. साथ ही एक्टिव या सेमी एक्टिव रडार या इन्फ्रा रेड होमिंग क्लोज रेंज मिसाइल्स के साथ कई मीडियम रेंज एयर टू एयर मिसाइल्स, एयर टू सरफेस मिसाइल्स, एंटी शिप मिसाइल्स, एंटी रेडिएशन मिसाइल्स और बम ले जाने की भी क्षमता रखता है. इसकी अधिकतम गति 2500 किमी प्रति घंटा है. इसकी रेंज हाई एल्टीट्यूड पर 3,000 किमी और लो एल्टीट्यूड पर 1,270 किमी है.

MiG-29

एमआईजी-29 डबल इंजन एवं एक सीट वाला मल्टीरोल रूसी एयरक्राफ्ट है. इसकी अधिकतम गति 2445 किमी प्रति घंटा है. इसमें 17 किमी कॉम्बैट सीलिंग है. यह 30 एमएम कैनन, चार R-60 क्लोज कॉम्बैट और दो R-27 R मीडियम रेंज रडार गाइडेड मिसाइल्स और कई बमों को लेकर जा सकता है. 1985 में भारतीय वायुसेना में शामिल इस रूसी एयरक्राफ्ट की रेंज 1,430 किमी आंकी गई है.

MiG-27

एमआईजी रूस निर्मित सिंगल इंजन और एक सीट वाला टैक्टीकल स्ट्राइक ग्राउंट अटैक फाइटर एयरक्राफ्ट है. इसकी अधिकतम गति 1700 किमी प्रति घंटा है. यह एक 23 एमएम सिक्स बैरल रोटरी इंटीग्रल कैनन और कई रॉकेट, एयर टू सरफेस, एयर टू एयर मिसाइल्स और बम समेत 4000 किलो तक का अन्य आर्मामेंट एक्सटर्नली लेकर जा सकता है. इसकी रेंज 2,500 किमी है.

MiG-21 BISON

यह एक सिंगल इंजन सिंगल सीटर रूस निर्मित फाइटर प्लेन है. वस्तुतः यह मल्टीरोल फाइटर ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट है. इसकी अधिकतम गति 2230 किमी प्रति घंटा है. यह 23 mm ट्विन बैरल कैनन और 4 R-60 क्लोज कॉम्बैट मिसाइल्स लेकर जा सकता है.

Jaguar

जगुआर डबल इंजन वाला सिंगल सीटर डीप पैनिट्रेशन स्ट्राइक एयरक्राफ्ट है. इस एंग्लो फ्रेंच एयरक्राफ्ट की अधिकतम गति 1350 किमी प्रति घंटा है. यह दो 30mm गन, दो R-350 मैजिक CCMs (overwing) और 4750 kg का एक्सटर्नल स्टोर्स (bombs/fuel etc) ले जाने की क्षमता रखता है.

Share Now

\