देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) पुलिस ने एक बड़ी ठगी का खुलासा किया है. पावर बैंक (Power Bank) नाम के एक एप के ज़रिए साइबर (Cyber) ठग लोगों को 15 दिनों में पैसे डबल करने का लालच देते थे और इस तरह वो करीब 250 करोड़ रुपये की ठगी कर चुके थे. उत्तराखंड एसटीएफ ने एक शिकायत मिलने के बाद कार्रवाई करते हुए मुख्य अभियुक्त पवन पांडेय (Pawan Pandey) को नोएडा (Noida) के सेक्टर 99 से गिरफ्तार कर लिया है. ये ठगी मात्र 4 महीने के भीतर हुआ है. Uttarakhand Shocker: 35 साल की महिला ने पति की हत्या के लिए 25 साल के प्रेमी का लिया साथ, ऐसे किया मर्डर
बता दें कि इस एप के द्वारा लोगों को लालच दिया जाता था कि उनके पैसे सिर्फ 15 दिनों डबल हो जाएंगे. चीन की स्टार्टअप योजना के तहत बने ऐप से ठगी को अंजाम दिया गया. देश के करीब 50 लाख लोगों द्वारा इस ऐप को डाउनलोड किया जा चुका है. इसी झांसे में रोहित कुमार भी आ गए. ठगों ने रोहित से 91,200 रुपये हड़प लिए और पैसे डबल नहीं हुए, जिसके बाद रोहित ने उत्तराखंड एसटीएफ में इस मामले को लेकर शिकायत दर्ज करवा दी, जिसके बाद एसटीएफ ने आरोपी को धर दबोचा.
पीड़ित ने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर छानबीन शुरू की. जांच में पाया गया कि सभी धनराशि अलग-अलग खातों में ट्रांसफर की गई थी. जब वित्तीय लेन देन का अध्ययन किया गया तो पुलिस के हाथ 250 करोड़ की ठगी सामने आई. गिरफ्तार के बाद एसटीएफ को आरोपी पवन पांडेय के पास से 19 लैपटाप, 592 सिम कार्ड, 5 मोबाइल फोन, 4 एटीएम और 1 पासपोर्ट मिला है. इस पूरे मामले में चाईनीज़ गैंग के भी शामिल होने की बात सामने आई है. एडीजी अभिनव कुमार ने खुलासा किया कि विदेशी व्यापारियों द्वारा भारत के बैंक खातों के माध्यम से धोखाधड़ी की जा रही थी.
देहरादून के एडीजी अभिनव कुमार ने कहा कि इस मामले में अन्य जांच एजेंसियों आईबी और रॉ को भी सूचना दी गई है. जिन विदेशी लोगों का नाम सामने आ रहा है, उनके दूतावास से सम्पर्क कर उनकी जानकारी मांगी जा रही है. जल्द ही पूरी जानकारी सामने आएगी. अब तक इस मामले में उत्तराखंड में 2, बेंगलुरु में 1 केस दर्ज है.