![COVID-19: लॉकडाउन के बीच कर्नाटक के कोलागोंडानहल्ली गांव में मेले में उमड़ी भीड़, पंचायत विकास अधिकारी सस्पेंड COVID-19: लॉकडाउन के बीच कर्नाटक के कोलागोंडानहल्ली गांव में मेले में उमड़ी भीड़, पंचायत विकास अधिकारी सस्पेंड](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/05/2020-05-14-7-380x214.jpg)
कोरोना (Coronavirus) संकट के बीच देशभर में लॉकडाउन लागू है. इस बीच कर्नाटक (Karnataka) के रामनगर से चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है. महामारी के दौरान यहा कोलागोंडानहल्ली (Kolagondanahalli) गांव में भारी तादाद में लोग एक जगह इक्ट्ठा हो गए. कर्नाटक स्थित रामानगर के कोलागोंडनहल्ली गांव में गुरुवार को आयोजित एक मेले में बड़ी संख्या में लोग जमा हुए. न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार पंचायत विकास मंत्री एसी कालमट्ट ने इस सामूहिक आयोजन की अनुमति दी थी. इस घटना के सामने आते ही प्रशासन हरकत में आ गई. तहसीलदार की शिकायत के बाद रामनगर डिप्टी पुलिस कमिश्नर ने पंचायत विकास अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है.
घटना के न्यूज एजेंसी एएनआई ने इस घटना की तस्वीर साझा की हैं. इन तस्वीरों में लोगों की भीड़ दिख रही है. इस दौरान इन लोगों ने सामाजिक दूरी मानदंडों का पालन नहीं किया. बता दें कि वर्तमान में देश लॉकडाउन में लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है और देश में किसी भी प्रकार के सामाजिक समारोहों की अनुमति नहीं है. यह भी पढ़ें- कोरोना से जंग: कर्नाटक सड़क परिवहन निगमों के चार विभाग ने CM रिलीफ फंड में दिया अनुदान.
मेले में हजारों की तादाद में शामिल हुए लोग-
Karnataka: People gathered in large numbers y'day in Kolagondanahalli village of Ramanagara for a village fair.They had taken permission for gathering from Panchayat Development Officer NC Kalmatt.He has been suspended by Ramanagara Dy Commissioner following a report by Tehsildar pic.twitter.com/lOGspyW1KR
— ANI (@ANI) May 15, 2020
बता दें कि महामारी के दौरान लॉकडाउन चल रहा है. देश में लॉकडाउन का तीसरा चरण चल रहा है. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी लॉकडाउन 4.0 का जिक्र कर चुके हैं. लॉकडाउन के चलते एक स्थान पर भीड़ को इक्ट्ठा होने से मना किया गया है. ऐसा करने वालों के खिलाफ प्रशासन द्वारा सख्त एक्शन भी लिया जा रहा है. महामारी के कारण अबतक देश में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है बावजूद इसके लोग भीड़ में इक्ट्ठे होने से बाज नहीं आ रहे हैं.