COVID-19 Third-Wave: डेल्टा प्लस वेरिएंट ने बढ़ाई चिंता, महाराष्ट्र में बढ़ रहा तीसरी लहर की दस्तक का खतरा

जिस हिसाब से महाराष्ट्र में संक्रमण के नए मामलों में फिर से इजाफा होने लगा है. राज्य में आने वाले सप्ताहों में ही कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. इसका बड़ा कारण राज्य में फैल रहा डेल्टा प्लस वैरिएंट माना जा रहा है.

प्रतीकातमक तस्वीर (Photo: PTI)

मुंबई: देशभर में डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus Variant) के मामलों में हुई वृद्धि के बाद कोरोना की तीसरी लहर की आशंका बढ़ गई है. इस बीच महाराष्ट्र (Maharashtra) में एक बार फिर से कोरोना वायरस (COVID-19) के दैनिक मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. देश में डेल्टा प्लस वेरिएंट के सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र से ही सामने आए हैं. ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि कोरोना की तीसरी लहर महाराष्ट्र में समय से पहले आ सकती है. बता दें कि कोरोना की पहली लहर और दूसरी लहर में भी महाराष्ट्र हमेशा से ही कोविड-19 मामलों का हॉटस्पॉट रहा है. COVID-19 Third-Wave: कितनी गंभीर होगी कोरोना की तीसरी लहर? जानें क्या कहती है स्टडी.

विशेषज्ञों का अनुमान है कि जिस हिसाब से महाराष्ट्र में संक्रमण के नए मामलों में फिर से इजाफा होने लगा है. राज्य में आने वाले सप्ताहों में ही कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. इसका बड़ा कारण राज्य में फैल रहा डेल्टा प्लस वैरिएंट माना जा रहा है. शुक्रवार को डेल्टा प्लस वेरिएंट से राज्य में पहली मौत की घटना सामने आई. रत्नागिरी में 80 साल के एक बुजुर्ग की मौत हो गई.

इस बीच उद्धव सरकार में मंत्री राजेंद्र शिंगणे ने कहा कि कोविड-19 की तीसरी लहर में राज्य में पांच लाख बच्चों समेत 50 लाख लोग संक्रमित हो सकते हैं. मंत्री ने बुलढाना में संवाददाताओं से कहा कि तीसरी लहर के पीक के दौरान सक्रिय मरीजों की संख्या आठ लाख हो सकती है.

महाराष्ट्र में रोज 9-10 हजार औसतन नए केस आ रहे हैं.  डेल्टा प्लस वेरिएंट के 21 मरीज महाराष्ट्र में  ही पाए गए हैं. रायगड, सांगली, सिंधुदुर्ग, पुणे ग्रामीण, रत्नागिरी, सातारा, पालघर और उस्मानाबाद में संक्रमण दर पांच से नौ प्रतिशत है. इसे देखते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर से प्रतिबंधों को कड़े करने का निर्णय लिया है. साथ ही स्थानीय प्रशासन को छूट दी है कि वे आवश्यकतानुसार प्रतिबंध कड़े कर सकते हैं.

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