COVID-19: Omicron वेरिएंट के खतरे के बाद क्या अब लगेगी वैक्‍सीन की बूस्‍टर डोज? सरकार पर बढ़ रहा दबाव
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

कोरोना (COVID-19) का नया वेरिएंट 'ओमिक्रॉन' (Omicron) ने दुनिया को एक बार फिर चिंता में डाल दिया है. दुनियाभर में इस वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिक चिंता में है. इस बीच कई देशों ने दक्षिण अफ्रीका की उड़ानों पर रोक लगा दी है. भारत में भी इस वेरिएंट को लेकर चिंता बढ़ गई है. राज्य सरकारों ने सख्ती बढ़ा दी है. इस बीच एम्स के प्रमुख डॉ रणदीप गुलेरिया (Randeep Guleria) ने कहा है कि कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट के 30 से ज्यादा म्यूटेंट हैं. इसके खिलाफ वैक्सीन की प्रभावकारिता का गंभीर रूप से मूल्यांकन करने की आवश्यकता है. Delhi: कोरोना के खतरे और जहरीली हवा के बीच कल से खुल रहे हैं राजधानी में स्कूल, इन बातों का रखें ध्यान.

अधिक चिंता की बात यह है कि यह वेरिएंट वैक्सीन के असर को भी प्रभावित कर सकता है. डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हो सकता है कि कोरोना का नया वेरिएंट वैक्सीन के असर को खत्म भी कर सकता है. उन्होंने कहा कि ओमिक्रॉन वेरिएंट वैक्सीन लगवा चुके लोगों को भी संक्रमित कर सकता है. हालांकि इस पर रिसर्च करने की जरूरत है.

बूस्टर शॉट की बढ़ी मांग 

WHO ने ओमिक्रॉन को कोरोना के डेल्टा वेरिएंट से 7 गुना तेजी से फैलने वाला बताया है. इसलिए इससे तेजी के साथ लोगों को संक्रमित करने की आशंका पैदा हो गई है. इसी के साथ बूस्टर डोज की मांग भी बढ़ रही है. कोरोना के नए वेरिएंट के सामने आने के बाद तीसरी लहर की बढ़ती आशंका के बीच वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने के लिए सरकार पर दबाव बढ़ गया है.

बता दें कि वर्तमान में कई देशों में बूस्टर शॉट लगाए जा रहे हैं. इन देशों में यूनाइटेड किंगडम, इजराइल, संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रिया, फ्रांस, न्यूजीलैंड, जर्मनी, बेल्जियम, चेक गणराज्य, हंगरी, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, स्वीडन, चीन, डेनमार्क, फिनलैंड, इंडोनेशिया, इटली और चिली आदि शामिल हैं.

कर्नाटक ने केंद्र से किया अनुरोध

कोरोना के Omicron वेरिएंट को लेकर पैदा हुई चिंता के बीच कर्नाटक ने भी केंद्र से कोविड-19 रोधी टीके का बूस्टर डोज देने की अनुमति मांगी है. कोविड के हालात की समीक्षा के लिए सीएम बसवराज बोम्मई की अध्‍यक्षता में हुई बैठक के बाद राजस्व मंत्री आर अशोक ने कहा, 'बूस्टर खुराक के संबंध में हमने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है. मंजूरी मिलने पर इसे प्राथमिकता के आधार पर फ्रंट लाइन वर्कर्स को दिया जाएगा. हमें एक सप्ताह में मंजूरी मिल सकती है.'

सीएम गहलोत ने की मांग

कोरोना वायरस संक्रमण पर चिंता जताते हुए राजस्‍थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को 'बूस्टर' डोज पर फैसला करना चाहिए. इसके साथ ही गहलोत ने दूसरी खुराक लगाने के लिए अभियान चलाने पर भी जोर दिया.

उन्‍होंने कहा, 'हमने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है कि जिन्‍हें डोज लगे सालभर होने को आ गया है, उनमें टीके का प्रभाव कम हो जाता है, ऐसे में बूस्टर डोज की अनुमति दें. जिसे दो डोज लग गई उन्‍हें तीसरी बूस्टर डोज भी लगे.'